छत्तीसगढ़ में न केवल लघु वनोपजों का संग्रहण किया जा रहा है बल्कि उनकी प्रासेसिंग कर अनेक प्रकार के हर्बल औषधि और उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। इन कार्यों से युवाओं और महिला स्व-सहायता समूहों को रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्री सचिन राव ने आज राजधानी रायपुर के कलेक्टोरेट के समीप जी.ई रोड में हर्बल उत्पाद विक्रय केन्द्र संजीवनी का निरीक्षण किया। इन केन्द्रों में प्रसंस्करण इकाईयों से तैयार किए गए लगभग 120 प्रकार के हर्बल उत्पादों का मार्केटिंग एवं विक्रय की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ हर्बल ब्राण्ड से इन उत्पादों की मार्केंटिंग एवं विक्रय का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा राजधानी रायपुर के छत्तीसढ़ हर्बल संजीवनी विक्रय केन्द्र के माध्यम से किया जा रहा है। राज्य के विभिन्न वनमण्डलों, जिला यूनियनों के स्व-सहायता समूहों के माध्यम से निर्मित प्रमुख उत्पादों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय यहां किया जा रहा है। इससे छत्तीसगढ़ के वन उत्पादों के मार्केंटिंग एवं विक्रय कार्य को बढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि प्रोसेसिंग युनिटों की स्थापना के बाद स्थानीय लोगों की आय में बढ़ोतरी हुई है। महिला समूहों से तैयार उत्पादों को देश भर में मार्केट उपलब्ध कराने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म में बिक्री की व्यवस्था की गई है।

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री शिव डहरिया, रायपुर नगर निगम के महापौर श्री एज़ाज़ ढेबर, विधायक श्री देवेंद्र यादव और कुलदीप जुनेजा, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, विशेष सचिव कृषि डॉ एस. भारतीदासन, कलेक्टर रायपुर श्री सौरभ कुमार, नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री प्रभात मलिक, जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मयंक चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।