मुंबई। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के विरोधी खेमों में भगदड़ मची हुई है। कोई मैदान से गायब है तो कोई धुर विरोधियों से भी गठबंधन करने में लगा हुआ है। आमतौर पर अंतिम समय तक कैप्टन डटा हुआ रहता है लेकिन लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ऐसा जहाज बन गया है जिसका कैप्टन ही रण छोड़कर भाग गया है। राहुल गांधी रण छोड़ साबित हुए है। वहीं पश्चिम बंगाल में दीदी इतनी कमजोर हो गयी है कि वह अब धुर विरोधियों को भी गठबंधन के लिए बुलाने में पीछे नहीं है। यह बात पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी श्री शिवराजसिंह चौहान ने मुंबई में पत्रकारों से चर्चा में कही। श्री शिवराजसिंह चौहान गुरूवार को मुंबई में सदस्यता अभियान की प्रादेशिक बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लोकसभा चुनाव के पूर्व महागठबंधन बना था। यह गठबंधन ठगबंधन साबित हुआ और आज इसका क्या हश्र हुआ है यह जनता के सामने है। गठबंधन करने वाले अब एक दूसरे का मुंह देखना पंसद नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने असाधारण जीत हासिल की है। जिसका श्रेय हमारे यशस्वी नेता श्री नरेन्द्र मोदी जी का असाधारण नेतृत्व और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी की कुशल रणनीति के साथ लाखों कार्यकर्ताओं के परिश्रम को जाता है। भारतीय जनता पार्टी का सर्वोच्च आना अभी बाकी है। भारतीय जनता पार्टी का अगला लक्ष्य तेलंगाना, केरल, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश और कश्मीर में सरकार बनाना है।
उन्होंने सदस्यता अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि हमारे जो शक्ति केन्द्र है उसमें पांच से छः बूथ होते है जिसकी संख्या 20 हजार के लगभग है। सभी बूथ पर सदस्यता के लिए विस्तारक निकालेंगे। एक विस्तारक 7 दिन का समय देगा, जो हर बूथ पर जाकर बूथ की टीम के साथ घर-घर जाकर सदस्यता अभियान को गति देंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी को सफलता के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचाने के लिए संकल्पित है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मॉब लिंचिंग के खिलाफ है। ऐसे में अगर मध्यप्रदेश में मॉब लिंचिंग के खिलाफ कोई कानून बनाता है तो उसे समर्थन है।
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 29 में से 28 सीटें जीती और पार्टी को 58 प्रतिशत वोट मिले है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चारों तरफ हाहाकार मची हुई है। कमलनाथ सरकार ने ऋणमाफी का आश्वासन पूरा नहीं किया। वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बना है। हर चीज के रेट लगे हुए है कि कलेक्टर की पोस्टिंग इतने में होगी और एसपी की पोस्टिंग इतने में होगी। चारों तरफ हाहाकार है और इसलिए जनता चाहती है कि जितनी जल्दी हो कांग्रेस सरकार से छुटकारा मिले। यह सरकार कितने दिन चलेगी, कुछ कह नहीं सकते। यह सरकार अपने बोझ से ही गिर जाए तो कह नहीं सकते। श्री चौहान के साथ महाराष्ट्र सदस्यता अभियान के संयोजक एवं प्रदेश महामंत्री, विधायक डॉ. रामदास आंबटकर, सह संयोजक एवं प्रदेश सचिव श्री संजय उपाध्याय, प्रदेश प्रवक्ता श्री केशव उपाध्ये उपस्थित थे।