भोपाल: लोकसभा चुनाव में कारारी शिकस्त के बाद कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पार्टी में बड़े नेताओं के बीच इस्तीफा देने की होड़ जैसी लग गई है. चुनाव परिणाम आने के बाद पहले तो पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन जब राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया तो दूसरे नेताओं पर नैतिक दबाव बन गया है. इसके बाद से नेताओं का पार्टी में पद छोड़ने का सिलसिला शुरू हो चुका है. अब कांग्रेस के युवा चेहरे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. यहां आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य खुद इस बार लोकसभा का चुनाव हार गए हैं.
राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी में इस्तीफे का दौर जारी है. सिंधिया का इस्तीफा भी इसी कड़ी में है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही पीसीसी चीफ के पद से इस्तीफा दे चुके हैं.
दीपक बाबरिया, विवेक तन्खा सहित कई पदाधिकारी भी सभी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं. हालांकि यह सभी इस्तीफे नए कांग्रेस अध्यक्ष के बनने के बाद ही स्वीकार होंगे. तब तक सभी पदों पर बने रहेंगे.
एमपी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाने का सुझाव दिया है जो राज्य कांग्रेस का नेतृत्व करेगी।
मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा कि वे पिछले हफ्ते राहुल गांधी से मिले थे। जिसमें उन्होंने इस्तीफे की बात की थी। राहुल गांधी से मिलने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ ही मिलंद देवड़ा ने लोकसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी भी अपने ऊपर ली है और कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है। आगे उन्होंने कहा कि वह पार्टी को स्थिर करने में मदद करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका निभाना चाहते हैं।
मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि इन दिनों नए कांग्रेस अध्यक्ष की तलाश जारी है और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर द्वारा युवा चेहरे को मौका दिए जाने की मांग की गई है। ऐसे में उनके ट्वीट के बाद से ही पार्टी के युवा चेहरों सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मिलिंद देवड़ा के नाम पर कयास लगने लगे हैं। खबर है कि देवड़ा को पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर काफी अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।