भोपाल : गरीबों को पांच रुपए में भरपेट खाना देने वाली दीनदयाल रसोई पर बीते 20 जून से ताला लगा है. नगर निगम की ओर से संचालित इस रसोई में भोजन की उम्मीद में आ रहे सैकड़ों लोग भूखे ही लौट रहे हैं राजधानी भोपाल में गरीबों को 5 रुपये में भरपेट खाना देने वाली दीनदयाल रसोई पर बीते 20 जून से ताला लगा है. नगर निगम की ओर से संचालित इस रसोई में भोजन की उम्मीद में आ रहे सैकड़ों लोग भूखे ही लौट रहे हैं. रसोई में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से राशन नहीं मिलने के कारण रसोई बंद करनी पड़ी.
दीनदयाल रसोई योजना के बंद होने पर पूर्व सीएम शिवराज ने ट्वीट कर अपना दर्द बयान किया है. शिवराज ने सोशल मीडिया ट्वीटर पर लिखा, ‘मैंने प्रदेश के गरीबों का पेट भरने के लिए दीनदयाल रसोई शुरू की थी, उससे लाखों लोग लाभान्वित भी हो रहे थे. लेकिन कांग्रेस सरकार से गरीबों का सुख कहां देख जाता है.बता दें कि अप्रैल 2017 में बीजेपी सरकार ने तमिलनाडु की अम्मा कैंटीन की तर्ज पर दीनदयाल रसोई योजना की प्रदेश में शुरूआत की थी. योजना का मकसद मजदूर और गरीब तबके के लोगों को बहुत ही सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराना था. भोपाल के बाद इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित दूसरे शहरों में भी ऐसी रसोई शुरू की गई थी.