- सफल आयोजन के लिए नोडल अधिकारी बनाने कलेक्टर ने दिए निर्देश
- इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान और मक्का के अलावा उड़द, मूूंग एवं अरहर की भी होगी खरीदी
- गौरेला पेंड्रा मरवाही, 27 सितम्बर 2022/ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने एवं उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने तथा खेल भावना का विकास करने के लिए आगामी 6 अक्टूबर से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 का आयोजन किया जा रहा है।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के सफल आयोजन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देश दिए।
छत्तीसढ़िया ओलंपिक में 14 पारंपरिक खेल विधाओं को शामिल किया गया है। इनमें गिल्लीडंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद शामिल है।
प्रतियोगिता में 18 वर्ष तक के, 18 से 40 वर्ष तक के एवं 40 वर्ष से अधिक आयु के महिला एवं पुरूष प्रतिभागी भाग ले सकेगें। तीन माह तक चलने वाले इस ओलंपिक का आयोजन छह स्तरो पर 6 अक्टूबर 2022 से 6 जनवरी 2023 तक होगा। यह ओलंपिक 6 से 11 अक्टूबर तक राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर, 15 से 20 अक्टूबर तक जोन स्तर (8 क्लब को मिलाकर 1 जोन) पर, 27 अक्टूबर से 10 नवंबर तक विकासखंड-नगरीय क्लस्टर स्तर पर, 17 से 26 नवंबर तक जिला स्तर पर, 5 से 14 दिसंबर तक संभाग स्तर पर और 28 दिसंबर से 6 जनवरी तक राज्य स्तर पर होगा।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान और मक्का के अलावा उड़द, मूूंग एवं अरहर की भी खरीदी की जाएगी।
उन्होने खरीफ सीजन 2022-23 में अरहर, मूंग, उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए इसके उत्पादक किसानों का एकीकृत किसान पंजीयन पोटर्ल में तेजी से पंजीयन की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। शासन द्वारा उड़द और मूंग की खरीदी 17 अक्टूबर से 16 दिसम्बर 2022 तक तथा अरहर की खरीदी 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक किए जाने की अवधि का निर्धारण किया गया है। किसानों से मूंग और उड़द की खरीदी 6600 रूपए प्रति क्विंटल की दर से तथा अरहर की खरीदी 7755 रुपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।
कलेक्टर ने पीजी पोटर्ल, मुख्यमंत्री जनशिकायत, कलेक्टर जनचौपाल और जनसमस्या निवारण शिविरों में प्राप्त शिकायतों-समस्याओं के निराकरण की विभागवार समीक्षा की और लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होन जिला स्तर पर मनरेगा, विशेष पिछ़डी जनजाति, कनिष्ठ चयन बोर्ड आदि से तृतीय एव चतुर्थ श्रेणी के पदों पर की जा रही भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सांसद-विधायक निधि से स्वीकृत कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण करने के साथ ही जर्जर सड़को की मरम्मत, नगरीय निकायों में अनियमित भवनों का टीम बनाकर वार्डवार सर्वे एवं नियमितिकरण कराने, स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र, तीसरे चरण में स्वीकृत सभी गौठानों में गोबर खरीदी शुरू करने तथा चारागाहों में सिंचाई सुविधा सुनिश्चित करने, किसान ई-केवाईसी, स्कूलों में शुरू किए गए पुस्तकालयों में सर्व शिक्षा अभियान से प्राप्त पुस्तकों को पहुंचाने तथा स्कूलों में रनिंग वाटर एवं शौचालय का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बीसी एक्का, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री आरके खूंटे सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे।