एट्रोसिटी एक्ट की प्रताड़ना के चलते मध्यप्रदेश में एक और युवक ने आत्महत्या कर ली। मप्र मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सिरोंज आॅफिस में कार्यरत आॅपरेटर सुनील दांगी ने आत्महत्या कर ली। दांगी ने अपनी मौत से पहले कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक को लिखे सुसाइड नोट में पुलिस और विद्युत कंपनी के इंजीनियरों की मिलीभगत को उजागर करते कार्रवाई की विनती की है।

मृतक सुनील दांगी ने मप्र मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक विशेष गढ़पाले से उसकी मौत के बाद कार्रवाई की विनती करते सुसाइड नोट में लिखा है कि एपीओ राघवेंद्र अहिरवार ने अपने रिश्तेदार और इसी कंपनी के चीफ इंजीनियर डीपी अहिरवार से मिलीभगत और दबाव डलवाकर सिरोंज में नियम विरुद्ध अधिकारी के पद पर पोस्टिंग करवाई है। इसके बाद से राघवेंद्र अहिरवार आए दिन गाली गलौच करता है और जान से मारने की धमकी देता है। राघवेंद्र अहिरवार के जीजाजी भी सिरोंज थाने में ही पदस्थ हैं, जिन्होने बीच रास्ते में रोककर गाली बकते हुए झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। आए दिन की प्रताड़ना के कारण सुनील दांगी ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली।
विदिशा एसपी को घेरेगा सपाक्स
सपाक्स (सवर्ण, पिछडा, अल्पसंख्यक वर्ग कर्मचारी अधिकारी संस्था) के संस्थापक सदस्य अजय जैन ने घटना को बेहद शर्मनाक और दुखद बताते हुए नामजद सुसाइड नोट होने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं होने के विरोध में सड़कों पर उतरने का अल्टीमेटम दे दिया है। सपाक्स ने कहा है कि राज्य सरकार तत्काल मृतक के परिवार को नौकरी और एक करोड़ रुपए का मुआवजा देकर सुरक्षा प्रदान करवाए, साथ ही दोषी अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड करके हटाया जाए।
एट्रोसिटी एक्ट में बलि चढे
-चुरहट (सीधी) अस्पताल के डॉ शिवम मिश्रा
-सिंगरौली कलेक्टोरेट के कर्मचारी सौरभ मिश्रा
-सिरोंज विद्युत कंपनी के आॅपरेटर सुनील दांगी
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अभी तो जांच ही होगी
आज का ही तो मामला है, भले ही सुसाइड नोट में प्रताड़ित करने वालों के नाम लिखे हैं, लेकिन अभी एफआईआर के बजाय जांच होगी। देखेंगे जांच में क्या आता है, राइटिंग मिलान होगा, बयान लेंगे, उसके बाद देखेंगे।
नरेंद्र सिंह राठौर, एसडीओ पुलिस, सिरोंज

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