रायपुर. हनी ट्रैप केस की जांच ने तेजी पकड़ ली है। एसआईटी प्रमुख संजीव शमी अब ताबड़तोड़ ऑपरेशन कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये कि शमी ने मीडिया में लीक हो रही खबरों पर रोक लगा दी है। ताकि, हनी ट्रैप में सामने आने वाले चेहरे इसका फायदा न उठा सकें। अभी तक मीडिया के ये पता नहीं चला है कि पांचों महिलाओं से असआईटी कहां-किस स्थान पर पूछताछ कर रही है? हालांकि, एक जांच टीम रायपुर से लेडी गैंग की छग मुखिया डेंटल छात्रा प्रीति तिवारी और उसके पिता को इंदौर उठा लाई है। लेकिन, इनको भी कहां रखा गया है और एसआईटी को कौनसा मेंबर इनसे पूछताछ कर रहा है, ये पता नहीं चल पा रहा है। एसआईटी जांच से जो खबरें छनकर आ रही हैं, वे बता रही हैं कि इस केस में अब तक 10 आईएएस और 6 आईपीएस के चेहरे एकदम साफ हो गए हैं। ये सभी मप्र काडर के हैं। छग काडर के कुछ संदिग्ध नौकरशाहों के चेहरे साफ होने हैं। प्रीति तिवारी से पूछताछ में यह स्पष्ट हो जाएगा कि छग से कितने नेता, अफसर इस खेल में शामिल थे।