रायपुर। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर कंडेल से पदयात्रा का आज आगाज हो गया है। जिसमें सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम सहित भारी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि यह ऐसी पावन धरती है जहां महात्मा गांधी का पदार्पण हुआ था, हमने इस मिट्टी को माथे से लगाया है। बापू के सत्याग्रह को इस धरती के बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव ने आगे बढ़ाया। उनके कहने पर 1920 में गांधीजी यहां पहुंचे थे और सत्याग्रह में भाग लिया था। सीएम ने कहा कि जब देश और दुनिया में गांधीजी की 150 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है तो हम सभी यहां से पदयात्रा कर रहे हैं।

महात्मा गांधी के अहिंसा के संदेश को सभी ने स्वीकार किया है। मीरा, गौतम बुद्ध और भारत के संत महात्माओं के कामकाज की झलक अगर किसी में दिखता है तो वे गांधी हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने सत्य और अहिंसा के हथियार से अंग्रेजों को भारत से बाहर उखाड़ फेंका। इसके पहले अहिंसक लड़ाई का ऐसा कोई उदाहरण नहीं देखने मिला। सीएम ने कहा कि उनके कथनी और करनी में अंतर नहीं हुआ करता था। जो कहते थे वे करते थे। गोडसे और उसकी विचारधारा के लोगों ने गांधी को मारा – गांधीजी को अंग्रेजों ने नहीं मारा, गांधीजी की हत्या की कई बार साजिश की गई। कभी गोली मारने तो कभी रेल की पटरी उखाड़ने की साजिश रची। सीएम ने कहा कि गोड़से और उसकी विचारधारा के लोगों ने गांधीजी को मारने का काम किया। उनका मजदूरों, किसानों और गरीबों के लिए काम करना पसंद नहीं आया। गांधी जी के नाम से महाविद्यालय खोलने की घोषणा सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार देश में पहली सरकार है जिसने 2500₹ समर्थन मूल्य दिया, 4000₹ में तेंदुपत्ता खरीदा। जबकि पिछली सरकार ने इसके ठीक विपरीत काम किया। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की बड़ी आबादी कुपोषण से पीड़ित है, हमें मजबूत छत्तीसगढ़ बनाने सभी वर्गों को मजबूत करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कंडेल में गांधी जी के नाम से महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की। सीएम ने माडमसिल्ली बांध का नाम छोटेलाल श्रीवास्तव के नाम पर रखने का ऐलान किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *