छत्तीसगढ़(उत्तर बस्तर कांकेर) : मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत जिले के कुपोषित बच्चों, गर्भवती माताओं और गंभीर एनीमिक महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रो के माध्यम से पौष्टिक गर्म भोजन का वितरण किया जा रहा है। कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को गर्म पका भोजन में दाल, चांवल, रोटी, सब्जी, सलाद, पापड़ के साथ अण्डा का भी वितरण किया जा रहा है, जो हितग्राही अण्डा नहीं खाते उनके लिए केला/ फल्ली व गुड़ का चिक्की प्रदान किया जा रहा है। इस योजना से कांकेर जिले के लगभग 09 हजार 277 कुपोषित बच्चे और 06 हजार 175 गर्भवती माताओं सहित 06 हजार 968 गंभीर एनीमिक महिलाएं लाभान्वित हो रही है। गर्म पौष्टिक भोजन वितरण के लिए राज्य शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा खनिज न्यास निधि से राशि उपलब्ध कराया जा रहा है तथा इसका संचालन महिला स्व-सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहा है। जिले के कलेक्टर श्री के.एल. चौहान द्वारा इस अभियान की सतत मानिटर्रिंग की जा रही है तथा संबंधित सभी विभागों को आवश्यक मार्गदर्शन दिये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत कुपोषित बच्चों, गर्भवती माताओं और गंभीर एनीमिक महिलाओं को गर्म पौष्टिक भोजन वितरण को जिले में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। फरवरी 2019 के वजन त्यौहार ऑकड़ों के अनुसार कांकेर जिले में कम वजन के आधार पर 3,126 बच्चे गंभीर कुपोषित और 11,307 बच्चे मध्यम कुपोषित पाये गये, इस प्रकार जिले में कुल 14 हजार 433 कुपोषित पाये गये, जिन्हें सुपोषण अभियान के अंतर्गत गर्म पौष्टिक भोजन का वितरण किया गया, साथ ही सुपोषण चौपाल के माध्यम से स्थानीय समुदाय में जन जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके फलस्वरूप जिले मे कुपोषण दर में कमी आयी है। वर्तमान में 14 हजार 433 बच्चों से घटकर जिले के 09 हजार 277 बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिला स्व-सहायता के माध्यम से गर्म पौष्टिक भोजन का वितरण किया जा रहा है।