भोपाल : मौसम की ठण्ड ने आज मध्य प्रदेश की राजनीति का माहौल गर्म कर दिया।
सिंधिया जब तक भोपाल नहीं आये थे ठण्ड अपना गुलाबी रंग दिखा रही थी परन्तु अब सिंधिया के आते ही गर्मी लगने लगी जैसे अब ए सी और पंखे चालू करने पड़ गए हो । सिंधिया का मध्य प्रदेश दौरा भोपाल में हर गुट के मंत्री से मिलना कार्यकर्ताओ से हसी मजाक और हाल चाल पूछना कॉंग्रेसियो में किसी को रास आ रहा है तो कोई असमंजस में है ? किधर जाये महाराज को नमस्कार तो करना ही पड़ेगा। प्रदेश कार्यालय से लेकर विदिशा के जिला कार्यालय तक हर जगह महाराज के पोस्टर जयकारे और फूलों की माला आज भी उनकी राजनीतिक कद को बड़ा ही बना रही है जो कुछ दिन पहले एक विरोधी खेमा कह रहा था की महाराज अब एम् पी में दखल नहीं दे रहे है। लगातार उनके मंत्रियों का खुले आम महाराज का चमचा हूँ । महाराज मेरे भगवन है, महाराज मेरे पिता तुल्य है, ऐसे संवेदनशील बयां मीडिया के सामने बोलना मतलब सीधे सरकार के मुखिया और परदे के पीछे के मुखिया दोनों को बताना है की महाराज है तो सरकार है। डिनर डिप्लोमेसी में जिस तरह सिंधिया ने सभी मंत्री विधायकों से मिलकर हाल चाल पुछा उससे लगता है की सिंधिया हर हाल में अपनी पकड़ बनाये रखना चाहते है । सुखदेव पांसे के ब्रैकफास्ट में जीतू पटवारी का जाना भी सिंधिया आज महाराज है के स्लोगन को कोई नहीं नकार सकता है । जबकि डिनर डिप्लोमेसी में जीतू नदारद थे। विदिशा में विशाल जनसमूह और भोपाल में कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखकर कोई भी ये नहीं कह सकता कि ग्वालियर चम्बल ही नहीं सिंधिया पूरे मध्य प्रदेश में सर्वमान्य नेता बनने जा रहे है । ग्वालियर से विधायक मुन्ना लाल गोयल का भी सीधे कमलनाथ के विरुद्ध धरना प्रदर्शन कई राजनीतिक मायने सामने लेकर आ रहा है । लगता है कि कमलनाथ से उनके ही विधायक खुश नहीं है या फिर सिंधिया खुश नहीं है ।
अभिषेक शर्मा , (मध्य प्रदेश – छत्तीसगढ़ )