नई दिल्ली. निर्मला सीतारमण ने इस बार रिकॉर्ड समय 2 घंटे 40 मिनट का बजट भाषण पढ़ा। उन्होंने कहा कि 5 लाख रुपए तक की इनकम वालों को पुरानी की तरह नई व्यवस्था में भी टैक्स नहीं देना होगा।
नई व्यवस्था के तहत इस स्लैब में अभी 20% टैक्स देना होता है, अब 10% ही देना होगा। खराब स्वास्थ्य के चलते सीतारमण बजट भाषण के 2 पेज नहीं पढ़ पाईं।

बजट भाषण की शुरुआत करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘‘मई 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा सरकार बनाने का जनादेश मिला था। उन्हें पूरी विन्रमता के साथ जनता की सेवा करने का मौका मिला। यह जनादेश सिर्फ राजनीतिक स्थिरता के लिए नहीं था, बल्कि आर्थिक नीतियों के लिए भी था। हर महिला, हर अल्पसंख्यक, देश के हर नागरिकता की हर उम्मीदों और आकांक्षाओं का यह बजट है। 2014 से 2019 के बीच हमारी सरकार आर्थिक नीतियों में बड़ा बदलाव लाई। अब अर्थव्यवस्था की बुनियादी मजबूत है। महंगाई काबू में है। बैंकों में भी सुधार हुआ है।’’

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 2020-21 के लिए बजट पेश करते हुए 17 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने समय के हिसाब से 2 घंटे और 40 मिनट तक सबसे लंबा बजट भाषण दिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम था, जिन्होंने 2003 में बजट पेश करने के लिए 2 घंटे 13 मिनट का समय लिया था। साथ ही सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद लगातार दूसरी बार बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री हैं।