पिछले साल दिसंबर में सरकार ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में कुछ बदलाव किए हैं. उन्हीं में से एक पीपीएफ खातों पर लोन की ब्याज दर को लेकर है. दरअसल, पीपीएफ खाते पर लोन की सुविधा भी उपलब्ध है. नए बदलाव के बाद अब इस तरह लिए गए लोन पर ब्याज की दर 1 फीसदी होगी. पहले यह 2 फीसदी पर मिलता था. 12 दिसंबर के बाद लिए गए लोन पर यह नियम लागू होगा. ब्याज की यह दर वाकई अन्य प्रकार के लोन से इसे काफी सस्ता बनाती है. हालांकि, जानकार पीपीएफ अकाउंट पर लोन लेने को लेकर आगाह करते हैं. इसके कई कारण हैं. डेलॉयट इंडिया के पार्टनर आलोक अग्रवाल कहते हैं कि यह सही है कि पीपीएफ अकाउंट पर लिए गए लोन की सालाना ब्याज दर एक फीसदी है. लेकिन, इस बात को ध्यान में रखना होगा कि लोन लेने के बाद टैक्स में छूट की सुविधा खत्म हो जाती है. कारण है कि जब तक ब्याज सहित मूल रकम (जिस हद तक लोन लिया गया है) वापस नहीं की जाती है तब तक किसी ब्याज का भुगतान नहीं होता है
पीपीएफ पर लोन न लेने का एक और कारण है. दरअसल, पीपीएफ अकाउंट खुलने के बाद तीसरे साल से लेकर सातवें साल तक इस पर लोन की सुविधा है. सातवें साल से आंशिक निकासी की सुविधा मिल जाती है. लोन की राशि दो साल में जमा राशि का अधिकतम 25 फीसदी हो सकती है.अगर आपने वित्त वर्ष 2018-19 में पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है तो लोन की सुविधा वित्त वर्ष 2020-21 से शुरू हो जाएगी. वित्त वर्ष 2023-24 तक लोन लिया जा सकता है.