भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में जारी 14वें हॉकी विश्व कप के पूल-सी के मैच में रविवार को भारत को एक बार फिर आखिरी मिनटों में गोल खाने की पुरानी आदत का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसके चलते एक समय निश्चित जीत की ओर बढ़ रही पांचवीं रैंकिंग की भारतीय टीम को विश्व की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेलना पड़ा।
भारत की ओर से हरमनप्रीत सिंह (40वें मिनट) और सिमरनजीत सिंह (47वें मिनट) ने गोल दागे, जबकि बेल्जियम की ओर से एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स (आठवें मिनट) और सायमन गौगनार्ड (56वें मिनट) को गोल करने में सफलता मिली। भारत और बेल्जियम के बीच जिस तरह के मुकाबले की उम्मीद की जा रही थी, यह मुकाबला ठीक उसी तरह कांटे का साबित हुआ। पहले दो क्वार्टर में बेल्जियम की टीम हावी रही।
भारतीय टीम ने हालांकि थोड़ा निराश किया, क्योंकि उसे जो गोल करने के मौके मिले वह उन मौकों को भुना नहीं सकी। इस वजह से उसे हार का सामना करना पड़ा। नहीं तो यह मैच भारत के पक्ष में जाता नजर आ रहा था। मैच के शुरुआती दो मिनट में ही बेल्जियम को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन भारत के अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने उन्हें असफल कर दिया। आठवें मिनट में बेल्जियम को तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इस बार उसने कोई गलती नहीं की और एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
पहले क्वार्टर के आखिरी मिनट में आकाशदीप सिंह के पास गोल करने का मौका था लेकिन उनका शॉट गोल पोस्ट के पास से होकर बाहर चला गया। ऐसे में इसी बढ़त के साथ बेल्जियम ने पहले क्वार्टर का समापन किया। दूसरे क्वार्टर के 21वें मिनट में आकाशदीप को ग्रीनकार्ड दिखाया गया। 28वें मिनट में हरमनप्रीत का एक शॉट बेल्जियम के गोलपोस्ट के साइड से निकल गया।
इसके बाद मंदीप सिह भी चूक गए और पहला हाफ 1-0 से बेल्जियम के पक्ष में रहा। तीसरे क्वार्टर में 35वें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन बेल्जियम के गोलकीपर ने दिलप्रीत के शॉट को विफल कर दिया। 37वें मिनट में अंपायर ने बेल्जियम को पेनाल्टी दी, जिस पर की भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने रेफरल लिया और पेनाल्टी खारिज हो गई। 39वें मिनट में भारत को दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला जो बेकार चला गया। भारत को 39वें मिनट में फिर पेनाल्टी स्ट्रोक मिला। इस बार हरमनप्रीत सिंह ने गोल दागकर भारत को 1-1 से बराबरी दिला दी। तीसरे क्वार्टर के आखिरी मिनटों में भारत की ओर से कुछ अच्छे मूव देखने को मिले।
इस बार वरुण ने एक शानदार पास ललित उपाध्याय को दिया। ललित गेंद को काबू में नहीं रख पाए और तीसरे क्वार्टर तक दोनों टीमें 1-1 से बराबर पर रहीं। चौथे और अंतिम क्वार्टर में 47वें मिनट में भारत को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब सिमरनजीत सिंह ने कोथाजीत सिंह से मिले पास पर गेंद को बेल्जियम के गोलपोस्ट में डाल दिया। भारत ने 2-1 की बढ़त हासिल कर ली थी। मैच समाप्त होने में मात्र चार मिनट का ही समय बचा था और भारत 2-1 से आगे था।
ऐसा लग रहा था कि भारत बाकी के चार मिनट निकालकर मैच अपने नाम कर लेगा। लेकिन, बेल्जियम ने हार नहीं मानी और उसने आखिरी चार मिनट में गोलकीपर को हटाकर एक अतिरिक्त खिलाड़ी को मैदान पर उतारा। बेल्जियम को इसका फायदा भी मिला जब 56वें मिनट में सायमन गौगनार्ड ने गोल कर अपनी टीम को 2-2 से बराबरी दिला दी। इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका और मैच बराबरी पर खत्म हो गया।