कोतबा। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कोतबा नगर पंचायत निवासी युवक मोहन सिदार (35) ने 24 घंटे में अकेले वह काम कर दिखाया जो 12 मजदूरों के लिए भी आसान नहीं था। बात जिद और 5200 स्र्पये के शर्त की थी, जिसे पूरा करते हुए मोहन ने 21 घंटे में एक एकड़ धान की फसल अकेले ही काट दी।
ऐसे लगी शर्त
मोहन और विजय धोबी (55) ने साझेदारी में एक एकड़ कृषि भूमि किराए में धान के पुसल के लिए ली थी। शनिवार को दोनों के बीच हार्वेस्टर और मजदूरों से फसल की कटाई को लेकर विवाद हो गया।
दूसरे साझेदार विजय ने कहा कि दो, ढाई हजार में हार्वेस्टर से कटाई हो जाएगी। जिस पर मोहन ने कहा कि हजार, पंद्रह सौ में मजदूरों से हो जाएगा। विजय ने इसे असंभव बता दिया। बातों ही बातों में मोहन ने कहा कि इतना धान तो मैं अकेले 24 घंटे में कटा सकता हूॅं।
दो हजार से बढ़कर 5200 तक पहुंची शर्त की रकम
विजय ने मोहन से कहा कि यदि तुम 24 घंटे में कटाई कर दिए तो मैं दो हजार दूंगा। गांव के लोगों तक बात पहुंची तो वे भी मजे लेने लगे। मोहन के बड़े भाई ने भी पांच सौ रुपये की शर्त लगाई। धीरे-धीरे शर्त की रकम 5200 तक पहुंच गई।
21 घंटे चार मिनट में ही कर दिया काम खत्म
मोहन ने रविवार तड़के चार बजे कंपकपाती ठंड में कमर में मोबाइल बांधकर उसकी रोशनी में धान की कटाई शुरू की। पहले 12 घंटे में उसने आधी फसल काटी। वहीं सोमवार को दूसरे 12 घंटे के खत्म होने के तीन घंटे पहले ही उसने कटाई पूरी कर दी। 24 घंटे के शर्त को मोहन ने 21 घंटे चार मिनट में ही पूरा कर दिया। इस दौरान पूरे समय गांव वाले उसकी पहरेदारी में लगे रहे।
नशे से रहता है दूर
मोहन सिसदार शारीरिक रूप से मजबूत नहीं है लेकिन उसके इरादे मजबूत हैं। वह शराब सहित हर नशा का विरोधी है। सामान्य शरीर और लगभग साढ़े पांच फीट के मोहन का कहना है कि वह हर प्रकार के कार्य को बिना खाये पिए 24 घंटे तक लगातार करने की क्षमता रखता है। वह इससे पहले भी कई शर्त जीत चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि दो साल पहले मोहन ने डंडों के सहारे ट्रैक्टर इंजन उठा लिया था।