नई दिल्ली। जीत मिलने के बाद कांग्रेस के सामने मुख्यमंत्री चुनने की चुनौती आ खड़ी हुई है। तीनों राज्यों, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसे लेकर पार्टी में अभी सहमित नहीं बनी है। तीनों राज्यों में कुर्सी के दावेदार भी पीछे हटते नहीं दिख रहे है। ऐसे में मुख्यमंत्री पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को लेना है।
राहुल गांधी ने राजस्थान के सीएम पद के दावेदारों सचिन पायलट और अशोक गहलोत को लेकर इस मामले में चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया था। राहुल गांधी से चर्चा के बाद सचिन पायलट और अशोक गहलोत जयपुर के लिए रवाना हो गए थे। चर्चा के बाद जो तस्वीर सामने आ रही है उससे चलता है कि अशोक गहलोत को सीएम बनाया जा सकता है। राजस्थान के सीएम की घोषणा शाम चार बजे होने की संभावना है।
इसके अलावा राहुल गांधी बाकी राज्यों के केंद्रीय पर्यवेक्षकों से मुलाकात कर राय जानेंगे। ऐसे में जल्द ही तीनों राज्यों के सीएम के नाम पर फैसला हो जाएगा।
बता दें कि राजस्थान के निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने अशोक गहलोत को सीएम बनाने की मांग की। खंडेला ने कहा, ‘राजस्थान की जनता अशोक गहलोत को सीएम देखना चाहती है। मैं भी यही चाहता हूं और मुझे लगता है कि हाईकमान भी यही फैसला लेगी।’
राजस्थान के निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा, ‘अशोक गहलोत दो बार राजस्थान के सीएम रहे हैं। उनके पास अनुभव है। राजस्थान की जनता और विधायक उन्हें ही सीएम देखना चाहते हैं।’
राजस्थान का सीएम किसे बनाया जाए, इसे लेकर राहुल गांधी और पर्यवेक्षकों के बीच मंथन जारी है। वहीं, दूसरी ओर निर्दलीय विधायकों के बयान आ रहे हैं। ज्यादातर विधायक अशोक गहलोत को सीएम देखना चाहते हैं।
अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थक भी दिल्ली पहुंच गए हैं। दोनों के समर्थक कांग्रेस कार्यालय के बाहर अपने-अपने नेताओं को सीएम बनाने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं।
राजस्थान के दावेदार
राजस्थान में वसुंधरा सरकार को सत्ता से बेदखल कर कांग्रेस सहयोगियों की मदद से सरकार बनाने जा रही है। यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और युवा नेता सचिन पायलट मुख्यमंत्री रेस में हैं। दोनों नेताओं के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान की ख़बरें आ रही हैं, दोनों के समर्थक अपने नेता को सीएम देखना चाहते हैं।
छत्तीसगढ़ के दावेदार
छत्तीसगढ़ में सीएम पद की चुनौती से निपटने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने मल्लिकार्जुन खड़गे को पर्यवेक्षक बनाया है। यहां सीएम पद की रेस में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, पार्टी के वरिष्ठ नेता ताम्रध्वज साहू और प्रतिपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव का नाम चल रहा है। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत का नाम भी सीएम पद के लिए लिया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के दावेदार
मध्यप्रदेश में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का नाम सीएम के लिए लगभग तय है। इससे पहले यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिया जा रहा था। हालांकि, कल विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति कमलनाथ का नाम तय हुआ है और उस पर राहुल गांधी की मुहर बाकी है।
ये हैं इन तीन राज्यों के नतीजे
इन तीनों राज्यों में छत्तीसगढ़ को छोड़ दें तो कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 230 में 114 सीटों पर जीत मिली है, जबकि राजस्थान में 200 में 199 सीटों पर हुए चुनाव में 99 सीटें पार्टी की झोली में आई हैं।
दोनों ही जगह पार्टी को सरकार बनाने के लिए बसपा और निर्दलियों का समर्थन मिल गया है। इस तरह कांग्रेस का दावा है कि उसके मध्यप्रदेश में 122 विधायकों और राजस्थान में 105 से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर भारी बहुमत से जीत हासिल की है।