प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ तीसरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शुरू हो गई है। मोदी इस दौरान गमछे को ही मास्क जैसे लगाए नजर आए। कॉन्फ्रेंसिंग में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं 24 घंटे उपलब्ध हूं, कोई भी मुख्यमंत्री कभी भी मुझे सुझाव दे सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों को भरोसा दिलाया कि राज्यों के सुझावों पर गौर किया जाएगा। कॉन्फ्रेंसिंग में अमरिंदर सिंह (पंजाब), ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र), योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और नीतीश कुमार (बिहार) समेत दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। पंजाब, महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की।
लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान हो रहा है, ऐसे में कुछ सेक्टरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शर्त पर लॉकडाउन से छूट दी जा सकती है। वहीं, आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार की संभावना जताई है। लॉकडाउन से सबसे ज्यादा असर एविएशन सेक्टर पर पड़ा है। ऐसे में सरकार एयरलाइंस कपंनियों को उड़ानें शुरू करने की छूट दे सकती है, लेकिन उन्हें सभी क्लास में बीच की सीट खाली रहनी होगी।
कॉरोना वायरस लॉकडाउन को लेकर मोदी के संबोधन
- पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। इसके बाद 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।
- दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।
- तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।