संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र भेजकर छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन के कार्यक्रम को नियमित रूप से 24 घंटे प्रसारण कराने का अनुरोध किया है। मंत्री भगत ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन पर प्रसारण का समय सीमित है साथ ही अधिकतर कार्यक्रम दिल्ली अथवा अन्य केन्द्रों से रिले होते है। छत्तीसगढ़ में राज्य की कला, संस्कृति पर आधारित स्थानीय स्तर पर तैयार कराए जाने वाले कार्यक्रम भी अत्यंत सीमित है। इस कारण राज्य के कलाकारों को दूरदर्शन पर प्रस्तुति के अवसर कम मिलते है और यहां की कला संस्कृति के प्रेमी दर्शकों को भी देखने के लिए स्थानीय कला सामग्री भी कम मिलती है। छत्तीसगढ़ कला एवं संस्कृति की दृष्टि से अत्यधिक संपन्न राज्य है। यहां पारंपरिक लोक कलाओं के साथ कला, साहित्य के विभिन्न आयाम है। जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित है। छत्तीसगढ़ की जनता कला प्रेमी है और कलाओं का सम्मान करती है।
मंत्री भगत ने छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन के कार्यक्रम नियमित रूप से 24 घंटे प्रसारण कराने के आग्रह के साथ ही स्थानीय स्तर पर कलाकारों के कार्यक्रम तैयार कराने के साथ ही दूरदर्शन तथा अन्य स्रोतों से प्रदर्शन योग्य सामग्री का प्रसारण कराने और छत्तीसगढ़ में प्रति सप्ताह 2 आंचलिक छत्तीसगढ़ी फिल्मों का प्रदर्शन कराने का आग्रह किया है। श्री भगत ने इस दिशा में छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग की ओर से हर संभव सहयोग की बात कही है।