पर्थ। टीम इंडिया जब भी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर होती है तो मेजबान देश के पूर्व खिलाड़ी भारत के विराट कोहली के खिलाफ मोर्चा खोल देते हैं। कोहली को मैदान के अंदर के अलावा बाहर भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का सामना करना पड़ता हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने इस बात पर नाराजगी जताई कि पर्थ टेस्ट के बाद मेजबान कप्तान टिम पेन से हाथ मिलाते वक्त विराट कोहली उनकी तरफ देख भी नहीं रहे थे।
जॉनसन ने कहा कि कोहली का यह व्यवहार अपमानजनक और मूर्खतापूर्ण था। इस टेस्ट मैच के दौरान कोहली और टिम पेन के बीच बहसबाजी हो गई थी जिसके बाद अंपायर क्रिस गफाने ने इन्हें फटकारा था।
हालांकि दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की 146 रन की जीत के बाद दोनों कप्तानों ने इस मुद्दे को तूल नहीं देते हुए कहा था कि कोई सीमा नहीं लांघी गई। लेकिन जॉनसन ने टेस्ट मैच के दौरान कोहली के बर्ताव की कड़ी आलोचना की। जॉनसन ने अपने कालम में लिखा, ‘मैच के अंत में आप एक दूसरे से आंखें मिलाने, हाथ मिलाने और यह कहने की स्थिति में होने चाहिए कि शानदार मुकाबला रहा।’ उन्होंने कहा, ‘विराट कोहली ने टिम पेन के साथ ऐसा नहीं किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के साथ हाथ मिलाया लेकिन बामुश्किल आंखें मिलाई। मेरे लिए यह अपमानजनक है। कोहली अधिकांश क्रिकेटरों से अधिक दूर रहा है और ऐसा इसलिए है क्योंकि वह विराट कोहली है। वह एक स्तर पर है लेकिन इस टेस्ट में भारतीय कप्तान बेवकूफाना लगा।’
बीसीसीआई मंगलवार को कोहली के समर्थन में आया और ऑस्ट्रेलिया में इन खबरों को बकवास करार दिया कि कोहली को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होने पर घमंड है जबकि ‘कार्यवाहक कप्तान’ बताकर पेन का उपहास उड़ाया गया।
जॉनसन ने कहा कि कोहली अपने शब्दों पर कायम नहीं रहे जबकि सीरीज से पहले उन्होंने कहा था कि किसी भी तरह के टकराव की शुरुआत वे नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘कोहली ने उन चीजों के विपरीत काम किया जो उन्होंने सीरीज की शुरुआत में कही थी। उसने कहा था कि वह बदल चुका है- कि वह पिछली बार की तुलना में अलग रवैये के साथ आया है और किसी चीज की शुरुआत नहीं करेगा। इस टेस्ट में हमने देखा कि इससे अलग हुआ।’
कोहली ने पहली पारी में 123 रन रन बनाए लेकिन इसके बाद स्लिप में पीटर हैंड्सकॉम्ब के विवादास्पद कैच का शिकार बने। जॉनसन इस वजह से भी कोहली से नाराज हैं कि आउट होने के बाद उन्होंने पर्थ के दर्शकों का अभिवादन स्वीकार नहीं किया जो उनके सम्मान में खड़े होकर ताली बजा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जब आपको कैच आउट दिया गया तो यह स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा। शतक जड़ने वाला खिलाड़ी होने के नाते आपको अभिवादन स्वीकार करना चाहिए था।’