छत्तीसगढ़। रायगढ़ स्थित पर पेपर मिल में सफाई कर्मचारी सफाई हेतु मिल पहुंचे थे। जहां बंद पड़ी लॉक डाउन में रायगढ़ के तेतला गांव में गैस रिसाव से इसकी चपेट में 6-7 मजदूर आ गए । सूचना मिलते ही मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया और रायगढ़ कलेक्टर यशवंत कुमार आज पुलिस अधीक्षक संतोष सिंग के साथ रायगढ़ जिले के तेतला स्थित शक्ति पेपर मिल में हानिकारक गैस के संपर्क में आकर बीमार हुए मजदूरों से मिलने संजीवनी अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने चिकित्सकों से भर्ती मजदूरों का हाल जाना।
मिली जानकारी अनुसार पुसौर के तेतला में शक्ति पेपर मिल जिसमे पेपर को रिसायकल करने का कार्य किया जाता है। लॉक डाउन के दौरान बंद इस मिल को पुनः प्रारम्भ करने से पूर्व मजदूर रिसायकल चैम्बर की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान हानिकारक गैस के संपर्क में आने पर मजदूरों की तबियत बिगड़ने लगी। जिस पर उन्हें इलाज के लिए रायगढ़ के संजीवनी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। भर्ती करवाये गए कुल 07 मजदूरों में 03 मजदूरों डोलामणि सिदार उम्र 35 वर्ष, सुरेंद्र गुप्ता उम्र 28 वर्ष, अपधर मालाकार उम्र 40 वर्ष को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफेर किया जा रहा है। जिसके लिए प्रशासन द्वारा एम्बुलेंस तथा अन्य व्यवस्थाएं करवायी जा रही है। शेष 04 मजदूर पुरन्धन कुमार उम्र 21 वर्ष, अनिल कुमार उम्र 22 वर्ष, निमाणी भोय उम्र 40 वर्ष, रंजीत सिंग उम्र 34 वर्ष का इलाज संजीवनी में ही जारी रहेगा। जिसके लिए संजीवनी अस्पताल प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, एसडीएम रायगढ़ युगल किशोर उर्वशा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस एन केशरी भी मौजूद रहे।
गैस रिसाव को काम करने के लिए विशेषज्ञ टीम प्रयासरत है।
आज विशाखापत्तनम में भी एक फैक्टरी में सुबह गैस रिसाव से 11 मजदूर इसकी चपेट में आ गए जिस कारण एक बच्चे समेत 11 मजदूरों की जान चली गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विशाखापट्नम के केमिकल प्लांट में हुए गैस रिसाव हादसे में कुछ लोगों की मृत्यु की घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए इस घटना में प्रभावित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के तेतला गांव स्थित एक निजी पेपर मिल में जहरीली गैस के रिसाव से मजदूरों के बीमार होने की घटना पर भी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि लाॅकडाउन के बाद फिर से शुरू किए जा रहे कारखानों में सुरक्षा संबंधी सभी एहतियाती उपायों का गंभीरतापूर्वक पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने गैस रिसाव से प्रभावित सभी मजदूरों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।