रेल मंत्रालय से प्राप्त पीआई बी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार
भारतीय रेलवे ने देश भर में 10 मई, 2020 (1500 बजे) तक 366 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों का परिचालन किया। यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जा रहा है। रेलवेद्वारा गाड़ियां तभी चलाई जा रही है जब उन दोनों राज्यों की सरकारें जो यात्रियों को भेज रही हैं और जो उन्हें रिसीव कर रही हो अपनी सहमति दे।सामाजिक दूरी की पालना की जा रही है
इनमें से प्रत्येक “श्रमिक स्पेशल” ट्रेन में लगभग 1200 यात्री सफर करते हैं
नई दिल्ली। विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों की विशेष रेलगाड़ियों द्वारा आवागमन के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद भारतीय रेलवे ने “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों के संचालन का निर्णय लिया था।
10 मई 2020 तक देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 366 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों का परिचालन किया गया है जिनमें 287 ट्रेनें अपने गंतव्य तक पहुंच चुकी हैं और 79 ट्रेनें पारगमन में हैं।
ये 287 ट्रेनें विभिन्न राज्यों में पहुंची हैं। जैसे आंध्र प्रदेश (1 ट्रेन), बिहार (87 ट्रेनें), हिमाचल प्रदेश (1 ट्रेन), झारखंड (16 ट्रेनें), मध्य प्रदेश (24 ट्रेनें), महाराष्ट्र (3 ट्रेनें), ओडिशा (20 ट्रेनें), राजस्थान (4 ट्रेनें), तेलंगाना (2 ट्रेनें), उत्तर प्रदेश (127 ट्रेनें), और पश्चिम बंगाल (2 ट्रेनें)।
इन ट्रेनों ने प्रवासियों को तिरुचिरापल्ली, टिटलागढ़, बरौनी, खंडवा, जगन्नाथपुर, खुर्दा रोड, प्रयागराज, छपरा, बलिया, गया, पूर्णिया, वाराणसी, दरभंगा, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, हटिया, बस्ती, कटिहार, दानापुर, दानापुर, दानापुर, सहरसा आदि शहरों में पहुंचाया है।
इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में अधिकतम 1200 यात्री सामाजिक दूरी को रखते हुए यात्रा कर सकते हैं। ट्रेन में चढ़ने से पहले यात्रियों की उचित जांच सुनिश्चित की जाती है। यात्रा के दौरान यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जाता है।