भोपाल – मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आज जारी अपने एक बयान में आरोप लगाया कि कोरोना की इस महामारी में एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से मास्क पहनने की , सोशल डिस्टेंसिंग रखने की व भीड़ नहीं करने की निरंतर अपील करने हैं।देश की जनता कोरोना के प्रोटोकॉल व गाइडलाइन का निरंतर पालन कर रही है, वहीं मध्यप्रदेश में भाजपा के नेता निरंतर प्रधानमंत्री की इस अपील का मजाक उड़ा रहे है ?
सलूजा ने बताया कि आज भाजपा कार्यालय में उपचुनाव जीतने के लिए सांवेर के कुछ नेताओं को , मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में भाजपा में प्रवेश दिलाया गया।यह नेता प्रदेश के रेड हॉट स्पॉट जिले इंदौर से चलकर प्रदेश के दूसरे रेड हॉटस्पॉट जिले भोपाल गये।वहां पर मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बगैर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर , इनके गले में भाजपा के दुपट्टे डालें।इस दौरान किसी के भी मुंह पर मास्क नहीं लगा हुआ था।इसको देखते हुए तत्काल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर देना चाहिए क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है।
उज्जैन में ज़ैल में जाने के कारण कांग्रेस विधायकों व नेताओ को भी 14 दिन के लिये क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसा ही मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भी करना चाहिये।
कांग्रेस ने सवाल उठाया कि इस महामारी में क्या यह कार्य वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से व डिजिटल तकनीक से नहीं किया जा सकता था ? क्या कारण है कि एक रेड हॉट स्पॉट जिले से दूसरे रेड हॉटस्पॉट जिले में इन्हें बुलाया गया ? भाजपा कार्यालय में भीड़ लगाई गयी ? क्या इन सब लोगों की पहले कोरोना की जांच कराई गयी , यदि इनमें से किसी को भी कोरोना का संक्रमण हुआ तो यह प्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है ?
सलूजा ने कहा कि कांग्रेस को सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है इसको लेकर इन लोगों की इंदौर से भोपाल यात्रा के लिये कोई पास भी जारी नहीं हुआ और यह लोग एक वाहन में निर्धारित तीन की संख्या का उल्लंघन कर दो वाहन में भरकर भोपाल पहुंचे।इसके लिये इन पर कार्यवाही हो।
कांग्रेस ने पूछा कि कोरोना के सारे नियम व प्रोटोकॉल का पालन करना क्या सिर्फ जनता के लिए आवश्यक है , भाजपा नेता निरंतर इसका मजाक उड़ा रहे हैं , ऐसे में जनता से इसके पालन की उम्मीद किस आधार पर की जा रही है।