लॉकडाउन के कारण लोगों की दिनचर्या में काफी बदलाव आ गए हैं। लोग अपनी बोरियत भगाने के लिए मोबाइल का लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं। कई रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ है कि लॉकडाउन के कारण लोग मोबाइल के आदि हो गए हैं। इस वजह से लोगों को और भी कई बीमारियां घेर रही हैं और ऐसी बीमारियां हो रही हैं, जिनके बारे में हमने पहले कभी सुना भी नही होगा. इन बीमारियों में ही एक बीमारी जो देखने को मिल रही है, उसका नाम है स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम। जो लोग 5-6 घंटे तक लगातार मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन लोगों में इस सिंड्रोम का खतरा बढ़ते जा रहा है.
ह बीमारी उन लोगों को ज्यादा होती है जो स्मार्टफोन का लगातार इस्तेमाल करते हैं। स्मार्टफोन का उपयोग करते समय हाथ की छोटी उंगली का इस्तेमाल अधिक होता है और इस उंगली को अंग्रेजी भाषा में पिंकी फिंगर कहते हैं। चूंकि इस छोटी उंगली से मोबाइल के अधिक उपयोग से इस उंगली के ज्वाइंट पर दबाव पड़ने के कारण इसके जोड़ों में आर्थराइटिस की आशंका बढ़ जाती है। अंगूठे का भी इस्तेमाल मोबाइल फोन के लिए अधिक होता है, जिससे अंगूठे के भी जोड़ों पर प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए इस बीमारी को ही स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम कहते हैं।
पिंकी सिंड्रोम के अलावा स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से हाथों और दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है, इसके अलावा आंखों की रोशनी पर भी प्रभाव पड़ता है क्योंकि मोबाइल की लाइट के कारण आंख पर सीधे रोशनी पड़ती है, जो आंखों पर बुरा असर डालती है। जिसके कारण आंखों में दर्द, ड्राई आई सिंड्रोम और आंखों से पानी निकलने जैसी समस्याएं होने का भी खतरा होता है।