Bhopal. सारा विश्व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कहर से लगातार जूझ रहा है। कोरोना से बचाव के लिए देश में लॉक डाउन 4.0 अभी भी बरकार है जिसे सरकार 31 मई के बाद कुछ अनिवार्य सावधानियों के साथ समाप्त करने की सोच रही है। वही दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने है। ऐसे में डिजिटल ब्रांडिंग व पोलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट भानुप्रताप किरार ने हमारे संवाददाता से वार्तालाप के दौरान बताया कि अगर चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस के नियमो को ध्यान में रखते हुए उपचुनाव के निर्देश दिए तो उपचुनाव में सभाओं के बजाए ज्यादातर डिजिटल तकनीकों का उपयोग होना लाजमी है। उपचुनावों में लॉकडाउन हटने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग के तहत सभा, रैली और भीड़भाड़ नहीं होगी। ऐसे में नेताओ को जनता तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म होंगे एवं नेताओ को पत्रकारों से वार्तालाप के माध्यम से भी स्थानीय समाचार पत्रिकाओं ,डिजिटल न्यूज़ पोर्टल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का भी उपयोग करना होगा।
स्ट्रैटेजिस्ट किरार ने बताया इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सर्वे के आंकड़े भी बताते हैं कि हाल ही में गांवों में शहरों के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी कि हमारे देश प्रदेश में अब हर तबके की जनता इंटरनेट का इस्तेमाल कर रही है। ऐसे में अब आगामी चुनावो में इसका बहुत बड़ा असर देखने को मिलेगा और डिजिटल न्यूज़ पोर्टल व सभी डिजिटल माध्यम नेताओ को जनता से जोड़े रखने में कारगर सिद्ध होंगे।