अम्बिकापुर: राज्य शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप खरीफ फसल को पशु चराई से बचाने के लिए मवेशियों के खुले में चरने पर प्रतिबंध लगाने 19 जून को जिले के 60 गोठानों सहित सभी ग्रामों में रोका-छेका की व्यवस्था की शुरूआत की जाएगी। जनप्रतिनिधि, पशुपालक और ग्रामीण रोका-छेका की व्यवस्था को सुदृढ़ता से लागू कर फसल बचाने की शपथ लेगें। जिले के 14 मॉडल गोठानों में पशु पालन एवं मछली पालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के शिविर सहित विभिन्न उत्पादों का भव्य प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा ने प्रचलित प्रथा रोका-छेका व्यवस्था को लागू करने आज जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की व्हीसी के माध्यम से बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने गोठान में उत्पादन होने वाले वर्मी कम्पोष्ट खाद का विक्रय, गोठानों में पशुओं के प्रबंधन व रख-रखाव की उचित व्यवस्था हेतु गोठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित करने, पहटिया चरवाहे की व्यवस्था से पशुओं का गोठानों में व्यवस्थापन सुनिश्चित कराने, खुले में विचरण कर रहे पशुओं का नियंत्रण व गोठानों में संधारण, गोठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, वर्षा के मौसम में गोठानों में पशुओं की सुरक्षा हेतु व्यापक प्रबंध के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने गोठानों में ग्रामीण जनों की समुचित भागीदारी, रख-रखाव हेतु जागरूकता का कार्य कराने कहा।