न्यूजीलैंड दौरे की तैयारियों में जुटी भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने फिर से ध्यान क्रिकेट पर वापस लाने पर जोर दिया. वह टी-20 वर्ल्ड कप के विवादास्पद समापन के बाद टीम गलत कारणों से सुर्खियों में थी. हाल में कैरेबियाई सरजमीं पर हुए महिला टी-20 वर्ल्ड कप में मिताली को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में अंतिम एकादश में नहीं शामिल किया गया था, तब उनके और टीम के कोच रमेश पोवार के बीच मतभेदों की बात सामने आई थी. इसके बाद दोनों ने बीसीसीआई को पत्र लिखे, लेकिन ये पत्र लीक हो गए.
चयनकर्ताओं ने मिताली पर भरोसा कायम रखते हुए उन्हें टी-20 टीम में बरकरार रखा और अगले महीने न्यूजीलैंड के दौरे पर वनडे में उनकी कप्तानी बरकरार रखी. मिताली ने कोलकाता में एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘जिस तरह से घटनाएं हुईं, निश्चित रूप से खेल के लिए अच्छी नहीं थीं. इससे हर किसी पर अलग-अलग तरह का अलग तरीकों से असर पड़ा.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि अब चीजें सही हो गई हैं और हमें खेल पर, खिलाड़ियों पर और टीम पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.’
मिताली ने कहा, ‘मैं यही कह सकती हूं कि पिछले कुछ समय मेरे और मेरे परिवारवालों के लिए काफी तनावपूर्ण रहे.’ उन्होंने कहा, ‘इससे निश्चित रूप से महिला क्रिकेट सुर्खियों में आ गया, जिसकी जरूरत नहीं थी. जब आप टीम नहीं, बल्कि क्रिकेट के इतर मुद्दों के बारे में बात करते हो तो ध्यान खेल से हट जाता है.’मिताली ने कहा, ‘अब हमें न्यूजीलैंड का दौरा करना है, तो अब समय आगे बढ़ने का है. आगे बढ़ो तथा और अधिक सकारात्मक रहो.’
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गौरतलब है कि टी-20 वर्ल्ड कप में भारत को सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने हराया और उसी मैच में मिताली को बाहर किए जाने पर विवाद उठा था. मिताली ने पोवार के आरोपों पर अपने ट्विटर पेज पर लिखा था,‘ मैं इन आरोपों से बहुत दुखी और आहत हूं. खेल के प्रति मेरी प्रतिबद्धता और देश के लिए 20 साल खेलने के दौरान मेरी मेहनत, पसीना सब बेकार गया.’
मिताली और कोच के बीच के इस विवाद ने भारतीय महिला क्रिकेट को झकझोर दिया था. मिताली ने पहले पोवार को प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुलजी पर पक्षपात का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि डायना ने उनके खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग किया, जबकि पोवार ने उन्हें अपमानित किया.
आखिरकार दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन पर तरजीह देते हुए पूर्व सलामी बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमण को गुरुवार को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया गया. रमण (53 साल) इस समय बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में बल्लेबाजी सलाहकार के तौर पर काम कर रहे हैं. रमेश पोवार ने भी दोबारा कोच पद के लिए आवेदन किया था और इंटरव्यू में शामिल हुए थे.