सुनो खबर विशेष

खर्चा निकालना मुश्किल है इस बार देव उठनी ग्यारस पर मुहूर्त में क्या स्थिति बनती है ये तो बाद ने पता चलेगा परन्तु अब तो मैरिज गार्डन का मेंटेनेंस भी नहीं निकाल पा रहा है। ये कहना है रायपुर शहर के मैरिज गार्डन संचालक का।

पिछले 5 महीने से मैरिज गार्डन बंद है। घास उग आती है । बारिश के कारण कीचड से हॉल और गार्डन बुरी हालत में जैसे के तैसे पड़े हुए है।

कोरोण काल में प्रशासन ने 100 मेहमानों की अनुमति तो दे दी है परन्तु ज्यादातर शादी लोग अब घरों के पास ही साधारण तरीके से कर रहे है। कैटरिंग बैंड डीजे घोड़ा बग्गी सब की बुकिंग ना के बराबर है।

हकीकत ये है ।

  • 200 से ज्यादा शहर में शादी हाल, मैरिज गार्डन, और 300 से ज्यादा सामुदायिक हॉल धर्मशाला है जिनका कारोबार बिल्कुल ठप्प पड़ा है।
  • 250 से ज्यादा घोड़े करीब 50 बग्गी है।
  • 150 से ज्यादा बैंड डीजे वाले।

1000 से ज्यादा कैटरिंग और टेंट कारोबारी है।

हाल सिर्फ राजधानी रायपुर में ही नहीं है पूरे प्रदेश में यही हाल है। देश के प्रमुख शहरों दिल्ली मुंबई चेन्नई कोलकाता में भी यही हकीकत सामने आती है। कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जिससे लोगो की आर्थिक कमर टूट रही है। मजदूर वर्ग के साथ साथ कारोबारियों को भी खासा नुक़सान हो रहा है।