वर्तमान में देश भर में 5000 से भी ज्यादा IAS अधिकारी विभिन्न पदों पर कार्यरत है और इनमें से 50 को असरदार के तौर पर चुना गया है। सर्वे एजेंसी एशिया पोस्ट के साथ मिलकर इस कार्य को वैज्ञानिक व सांख्यिकीय तरीके से अंजाम दिया गया।
इस सर्वे में 1984 से 1995 तक के ब्यूरोक्रैट्स को इस सर्वे में शामिल किया गया है। विभिन्न स्रोतों और मीडिया रिपोर्टों के आधार पर लगभग 200 अधिकारियों के नामों का चयन किया गया जो अपनी उत्कृष्टता के कारण विशिष्ट स्थान रखते हैं। ये इतना कठिन था कि सर्वश्रेष्ठ चुनना लगभग असंभव था। हमने उन सभी अधिकारियों को स्टेकहोल्ड सर्वे के आधार पर 50 कैटेगरियों में बांटा और हर कैटगरी से एक प्रमुख असरदार ब्यूरोक्रेट्स को फेम इंडिया के अंक में प्रकाशित कर रहे हैं।
सर्वे में मध्य प्रदेश के तीन अधिकारीयों को टॉप 50 में शामिल किया गया है –
इक़बाल सिंह बैस मुख्या सचिव मध्य प्रदेश –
इकबाल सिंह बैंस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बेहद भरोसेमंद अफसर माने जाते हैं। वे उनके साथ मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव रह चुके हैं। जब वे जुलाई 2013 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर संयुक्त सचिव बनकर चले गए थे तो उन्हें सरकार बनने के बाद अगस्त 2014 में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से आग्रह करके वापस बुलाया और अपना प्रमुख सचिव बनाया था।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को सख्त प्रशासक माना जाता है। उनकी छवि नवाचार प्रिय अफसर की भी है। इक़बाल सिंह ने ही शिवराज सरकार में लोक सेवा गारंटी कानून को लागू करवाया था। कृषि, उद्यानिकी, ऊर्जा, विमानन, आबकारी आयुक्त, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य जैसे विभागों में काम कर चुके हैं। सीहोर, खंडवा, गुना और भोपाल कलेक्टर भी रहे हैं। देश में पहली बार आनंद विभाग का गठन भी उनकी ही पहल पर हुआ था।
अनिल कुमार जैन – 1986 मध्य प्रदेश
अनिल कुमार जैन वर्तमान में भारत सरकार में कोयला मंत्रालय में सचिव की प्रतिनियुक्ति पर है।
दीपाली रस्तोगी – 1994 मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश राज्य सरकार में वर्तमान में वाणिज्यकर विभाग की प्रमुख सचिव है। उन्होंने ट्राइबल विभाग में काफी सराहनीय काम किया वंही। आदिवासी जनजातियों के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम किया। उनके पति मनीष रस्तोगी भी सीनियर आईएएस है और मुख्यमंत्री कार्यालय और लोक सेवा प्रबंधन के प्रमुख सचिव है।
source – fame india post.