इंदौर . बाल विनय मंदिर स्कूल से रिटायर्ड 90 वर्षीय शिक्षक रवींद्र जोशी और 86 वर्षीय कल्पना जोशी। 65 सालों से अटूट बंधन में बंधे हुए जिंदगी का सफर तय किया। दोनों के बीच प्यार भी इतना गहरा कि एक को कोई तकलीफ होती तो दूसरा खाना-पीना छोड़ देता। तीन-चार दिन पहले भी ऐसा ही हुआ।
प्रताप नगर स्थित घर में पत्नी गिर पड़ी थी तो निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी हालत ज्यादा बिगड़ी तो आईसीयू में रखना पड़ा। पति को पत्नी के आईसीयू में भर्ती होने की खबर लगी तो उन्होंने खाना-पानी छोड़ दिया। उनकी भी इतनी हालत बिगड़ गई कि उन्हें भी आईसीयू में एडमिट करना पड़ा। दोनों का एक ही साथ आईसीयू में इलाज चला।
संध्या व्यास निवासी सुदामा नगर ने बताया कि दोनों हमारे मामा ससुर और मामी सास हैं। सोमवार शाम 4 बजे मामा ससुर को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगलवार सुबह 11 अंतिम संस्कार के लिए ले जाना था। घर पर सभी तैयारियां हो चुकी थी। मौत की सूचना मामी सास को नहीं दी थी, लेकिन सुबह 10 बजे अस्पताल से कॉल आया कि उनकी भी मौत हो गई। दोनों की अंतिम यात्रा साथ में निकाली और रिजनल पार्क में एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
ड्यूटी से रात एक बजे लौटते, तभी खाना खाती थीं : जोशी दंपती की दो बेटियां नीता सेठ, मनीषा शर्मा और एक बेटा सुधेश जोशी है। दामाद इंजीनियर अतुल सेठ निवासी एमआईजी ने बताया कि सास-ससुर की शादी 1954 में हुई थी। ससुर को कुछ साल पहले कैंसर हो गया था। सासु मां का एक ही धर्म था कि ससुर की सेवा करना। रिटायर्ड होने के बाद ससुरजी एलोरा टॉकीज में शाम 6 से रात 12 तक मैनेजर की ड्यूटी करते थे। वो रात को 1 बजे लौटते थे, तभी सासु मां खाना खाती थीं।