सुनो खबर डेस्क । आयुर्वेदिक दवाइया हमेशा से सबसे अच्छा सस्ता और कारगर इलाज माना जाता है। भारतीय परंपरा के अनुसार आयुर्वेदिक इलाज प्राचीनतम है और कई विदेशी मुल्कों में आज भी हमारी भारतीय पद्धति को ही अपनाया गया है।

कोरोना को लेकर एक खुशी आयुर्वेदिक चिकित्सकों के लिए आती है । जिसमे केंद्रीय आयुष स्वास्थ्य  मंत्रालय ने आयुर्वेदिक दवाओं को कोरोना इलाज में प्रयुक्त करने की अनुमति दी है।

भोपाल के पंडित खुशी लाल शर्मा आयुर्वेदिक अस्पताल ईवीएम मेडिकल कॉलेज में गिलोय घनवती के कोरोंना पर असर को लेकर रिसर्च शुरू हुआ था जिसमें उत्साहजनक परिणाम प्राप्त हुए है। गिलोय घनवती से इलाज ले रहे 15 मरीजों में कॉरॉना का संक्रमण कम होता गया ।

अध्ययन के अनुसार हाइड्रो क्लोरो क्वीन से भी मरीज ठीक हुए परन्तु गिलोय घनवाती से ठीक होने की दर प्रतिशत करीब 30 प्रतिशत अधिक निकली। साथ ही साइड इफेक्ट मरीजों में देखने को नहीं मिला । तीन बार covid जांच भी नेगेटिव आई।

इस शोध रिसर्च को आगे बढ़ाकर रिपोर्ट भेजी जा रही है। ताकि इसके बेहतर इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाओं की महत्ता को एक बार फिर सिद्ध कर सकें।