मुख्यमंत्री ने मासिक रेडियो वार्ता में सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान चुनौतियों का सामना करते हुए प्राप्त उपलब्धियों पर बात करते हुए श्रोताओं के समस्याओं समाधान किया। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां हमारे प्रदेश के अपना सुरक्षित भविष्य देखते हैं वहीं छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश करते हुए भविष्य सवांरने वाले निवेशक भी आशा भरी निगाहों से देखते हैं। दो वर्ष के कार्यकाल में नौनिहालों को तथा युवाओ को सुखद भविष्य दिख रहा है। लोगों को अपना जीवन सुविधाजनक भविष्य सुरक्षित महसूस हो रहा है जो हमारी उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ मॉडल का मानवीय चेहरा निरंतर दमकता रहे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा केन्द्रों की संख्या मायने नहीं रखता दुर्गम क्षेत्रों में लोगों अस्पताल पहुंचाना ही बहुत बड़ी बात है। इसीलिए अगर लोग अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते तो अस्पताल को ही लोगों तक पहुंचाने की योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री हॉट बाजार क्लिनिक योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई दीदी चलित क्लिनिक योजना ऐसे उदाहरण हैं जिनसे न सिर्फ स्वास्थ्य सुविधाएं जरूरतमंदों के घरों तक पहुंच रही है बल्कि उनके माध्यम से स्वास्थ्य चेतना भी घर-घर पहुंचाई जा रही है। हमर अस्पताल योजना के माध्यम से सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ओपीडी खुले रहते हैं। कोरोना के कारण स्कूल को बंद रखने का फैसला लिया गया। विद्यार्थियों के नुकसान की भरपाई करने के लिए बच्चों को संक्रमण से बचाते हुए पढ़ाई तुहंर द्वार शुरू किया गया। इस योजना से 40 लाख ऑनलाईन कक्षा संचालित की गया। जहां ऑनलाईन पढ़ाई में दिक्कत थी वहां मोहल्ला क्लास लगाया गया। इसके साथ ही ब्लूटूथ, लाउड स्पीकर के माध्यम से भी शिक्षा का अलख जगाया गया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी के भय को दूर करने के लिए स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किया गया है। इस सत्र में 52 स्कूल खोला गया है तथा अगले सत्र से 100 नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाएंगे। सर्व सुविधायुक्त शालाओं का उन्नयन कार्य भी शुरू कर दिया गया है। बच्चों और पालकों की जागरूकता से इन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश के लिए उत्साह का महौल है। इसका लाभ नौनिहालों का आत्मविश्वास बढ़ाने और वैश्विक अवसर दिलाने के रूप में मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ को ठोस अर्थव्यवस्था का गढ़ बनाने में हर क्षेत्र की हर संभव भागीदारी सुनिश्चित करने की नीति अपनाई। छत्तीसगढ़ का जन-जन अपने सपनों और लक्ष्यों को लेकर मुखर हो यह सपना साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सम्मान का भाव जो सदियों से था जो राज्य बनने के बाद कमजोर पड़ गया था उसे किस तरह जल्दी से जल्दी वापस लाया जाए। इस पर काम करना शुरू किया।