भोपाल: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि समाज हमेशा सेवा, सच और साहस का सम्मान करता है। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित व्यक्ति इतिहास का निर्माण करते है। उन का सम्मान देश और समाज के लिए समर्पित सेवा का सम्मान होता है। जो भावी पीढ़ी को समाज सेवा की प्रेरणा देता है। उन्हें पदक प्राप्त कर, इतिहास में नाम दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस पदक का सम्मान बनाये रखना अलंकृत अधिकारी-कर्मचारी का परम कर्तव्य है।
राज्यपाल श्री पटेल आज राजभवन में विशिष्ट सेवा पदक, सराहनीय सेवा पदक, नागरिक सुरक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक से पुलिस, जेल तथा होम गार्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित नागरिकों से भेंट उपरांत उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और अलंकृत पदक से सम्मानित व्यक्तियों के परिजन भी मौजूद थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वर्दी का सम्मान, समाज और देश का सम्मान है।यह वर्दी जनता की सुरक्षा का प्रतीक है। लोगों में गौरव की भावना जगाती है। हम सब देशवासी इसके साये में सुरक्षित महसूस करते हैं। सीमाओं पर तैनात वर्दीधारी जवान प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दुश्मनों से मोर्चा लेते हुए अपने जीवन का बलिदान तक कर देते हैं। आंतरिक सुरक्षा में वर्दी वाले हमारी रक्षा करते है। प्राकृतिक आपदाओं के समय भी यही लोग प्राण रक्षक बन कर सामने आते है। समर्पित भाव से राहत और बचाव के कार्य करते है। हम सब को वर्दी के प्रति सम्मान का अहसास और गौरव होना चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि आमजनों की सेवा और मदद पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के लिये सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिये। हमेशा इसी भावना के साथ अपनी डयूटी करना चाहिये। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों एवं राष्ट्रद्रोही ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। यह भी पुलिस की ही जवाबदारी है कि कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नही हो। आमजन सदैव स्वयं को सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस ने उत्कृष्ट कार्यों से अपनी जो पहचान स्थापित की है, उसे और अधिक निखारने और जन-हितैषी छवि को और अधिक पुख्ता बनाने के प्रयास करें।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और बेहतर करने के लिये सतत सतर्क और सजग रहना चाहिये। अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था की स्थिति और अधिक बेहतर बनाने के लिए महिला अपराधों के विरुद्ध जागरुकता बढ़ाने और बालिकाओं एवं महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने के प्रयास करें। आज का समय उन्नत तकनीकी, इंटरनेट एवं सोशल मीडिया का है। इसके अनेक फायदे है, लेकिन इसके दुरुपयोग के भी मामले सामने आ रहे है। इस कारण साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है। पुलिस को आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव की हार्दिक बधाई, शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सम्मानित पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों से पुलिस बल के अन्य लोग भी प्रेरणा लेंगे। अपनी उत्कृष्ट सेवाओं से प्रदेश, समाज का नाम रोशन करेंगे।
पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी ने कहा कि प्रदेश पुलिस ने देश भक्ति-जन सेवा के उत्कृष्ट कार्यों से सामाजिक प्रतिबद्धता के उच्च आदर्श स्थापित किये है। नक्सल गतिविधियों को कड़ाई से नियंत्रित करने के साथ ही अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेशव्यापी अभियान भी चलाया गया है। प्रदेश के 7 सौ थानों में महिला डेस्क की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि चिन्हित अपराधों में सजायाबी की दर भी लगभग 70 प्रतिशत है जिसे और बेहतर करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशिक्षण के लिए उच्च स्तरीय एम.ओ.यू. किये गए है। राज्य में पुलिस के 11 हजार 8 सौ 35 उच्च पदों पर पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को प्रभार दे कर, उच्च पदों पर कार्य के अवसर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि 15 अगस्त 2021 को पदक अलंकरण कार्यक्रम में पुलिस के 9 अधिकारियों-कर्मचारियों को विशिष्ट और 35 को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। इसी तरह जेल विभाग के विशिष्ट सेवा पदक से 1 और 11 को सराहनीय सेवा से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति का होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा पदक से 3 और सराहनीय सेवा से 4 को सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर जीवन रक्षा पदक से 4 पुलिस कर्मियों के साथ कुल 6 लोगों को सम्मानित किया गया है।