पाकिस्तान में बढ़ती ईंधन की कीमतों से जनता बेहाल हैं। पेट्रो पदार्थों के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि के बाद पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) के एक कर्मचारी ने गधा गाड़ी (donkey cart) की अनुमति मांगी है। उसने सीएए पार्किंग लाट में गधा गाड़ी लाने की अनुमति मांगी है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
पाकिस्तान में पेट्रो पदार्थों की कीमतों में उछाल के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। गुस्साए लोगों ने कराची के सेंट्रल जिले में पुरानी सब्जी मंडी के समीप एक पेट्रोल पंप पर हमला कर दिया। लोगों ने पथराव कर पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की। इधर सरकार आर्थिक तंगी से झूझ रही है। विदेशी निवेश नहीं मिलने के कारण सरकार परेशान है। श्री लंका की तरह यहाँ भी महंगाई और मुद्रा का संकट बना हुआ है। लाहौर में पेट्रोल पंपों में न तेल है और न ही ATM में पैसे। पाकिस्तान में आर्थिक संकट के बदल गहराते जा रहे है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान एक बड़े आर्थिक संकट का सामना कर सकता है अगर विदेशी मुद्रा भण्डार में वृद्धि नहीं हुई तो ?
पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी IMF से राहत पैकेज पाने की कोशिशों में जुटा है। 26 मई को पाकिस्तान और IMF के बीच हुई बैठक में 900 मिलियन डॉलर के कर्ज के लिए सहमति बनी है, लेकिन इसके लिए IMF ने पाकिस्तान के सामने फ्यूल और बिजली पर दी जा रही सब्सिडी को खत्म करने की शर्त रखी है।
आपको बता दें कि चीन ने पाकिस्तान समेत कई देशों को अपनी कर्ज जाल डिप्लोमेसी में फसा कर रखा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस डिप्लोमेसी के जरिए चीन की नजरें पाकिस्तान की रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण संपत्तियों पर पहुंच स्थापित करने पर हैं। पाकिस्तान में कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को चीनी बैंकों ने फाइनेंस किया है। चीन के कर्ज में फंसकर श्रीलंका हाल ही में भुखमरी के दलदल में फंसा है। माना जा रहा है कि अगर पाकिस्तान जल्द ही वर्तमान आर्थिक संकट से नहीं उबरा, तो वह हाल के दिनों में चीन से लोन लेकर कर्ज में डूबने वाला दूसरा देश बन जाएगा।
आपको बता दें पाकिस्तान ने IMF से 2019 में 6 अरब डॉलर की सहायता पाने के लिए करार किया था। इस सहायता राशि में से 3 अरब डॉलर अब भी जारी नहीं किए गए हैं और इसकी 900 मिलियन डॉलर की एक किश्त को जारी करने के लिए ही पाकिस्तान IMF को मनाने में जुटा है।
पाकिस्तान सरकार IMF से कर्ज पाने के लिए अब आम जनता पर महंगाई का बोझ डाल रही है। पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने से पाकिस्तान में और ज्यादा महंगाई बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।