1 अगस्त से इसकी मेंबरशिप शुरू हो जाएगी। मेंबरशिप के लिए हर महीने 100 रुपए देने होंगे, जबकि सिक्योरिटी मनी के तौर पर एक बार 1000 रुपए जमा कराने होंगे। यहां जनजातीय संस्कृति, उससे जुड़ी रिसर्च और अध्ययन से जुड़ी किताबें हैं। इसे एक रिसर्च सेंटर के तौर पर डेवलप करने का प्रयास है। संग्रहालय के वरिष्ठ अधिकारी अशोक मिश्रा ने बताया- यहां वैरियर एल्विन की लिखी किताबें हैं, सॉन्ग्स ऑफ द फॉरेस्ट, लीव्स फ्रॉम द जंगल जैसी किताबें हैं।
जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन और हीरालाल जैसे लेखकों की किताबों को भी शामिल किया गया है। संगीत, कला, नृत्य, पुरातत्व की किताबें हैं। 8-10 हजार नई किताबें भी आएंगी, जिसके लिए पुस्तक क्रय और चयन कमेटी बनाई गई है।