भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन बेहाल हो गया है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर पानी भर गया है। भारी बारिश से सबसे अधिक नुकसान किसानों को हुआ है। अतिवृष्टि से फसलें बर्बाद हो गई है। प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रदेश की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बैराज से चंबल नदी में 4 लाख 87 हजार 421 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके चलते राजघाट पर चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 138 मीटर से ऊपर निकल गया। जलस्तर बढ़ने से सबलगढ़ क्षेत्र में स्थित पांच गांवों में पानी भरने लगा। सबलगढ़ से अंबाह-पोरसा तक 60 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया। नीमट में लगातार हो रही बारिश से दुकानों में पानी घुस गया है। कई लोग पानी की वजह से अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं।
प्रदेश के 36 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। बाकी जिलों में बारिश सामान्य से कम है। कलेक्टर्स और पुलिस को अलर्ट किया गया है। सरकार ने राज्य में 8600 अस्थायी कैंप बनाए हैं, जिसमे खाने पीने का सामान दिया जा रहा है। जहां फसलों को नुकसान हुआ है, वहां आकलन किया जा रहा है। 60 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं और 50 करोड़ रुपए बांटना जल्द शुरू होगा।
33 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश
इस साल मानसून में एक जून से आज तक 33 जिलों में सामान्य से अधिक, 16 जिलों में सामान्य एवं शेष जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। सर्वाधिक बारिश मंदसौर जिले में और सबसे कम सीधी जिले में दर्ज की गई है। सामान्य से अधिक बारिश मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भोपाल, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, झाबुआ, सीहोर, रतलाम, खंडवा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, गुना, बड़वानी, विदिशा, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, देवास, हरदा, जबलपुर, मंडला, अशोकनगर, सिवनी, धार, सागर, अलीराजपुर, खरगोन, दमोह, बैतूल, सिंगरौली और श्योपुरकलां में हुई है। सामान्य बारिश डिंडौरी, छिंदवाड़ा, उमरिया, अनूपपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, मुरैना, भिण्ड, रीवा, कटनी, बालाघाट, सतना, ग्वालियर, दतिया और पन्ना में हुई। सामान्य से कम वर्षा वाले शहडोल और सीधी में हुई है।
खराब मौसम के कारण लैंड नहीं कर पाई फ्लाइट
खराब मौसम के कारण राजाभोज एयरपोर्ट पर उतरने वाली फ्लाइट नहीं उतर पाई। एयरपोर्ट पर जीरो विजिबिलिटी की वजह से कोई भी फ्लाइट लैंडिंग और टेकऑफ नहीं कर पा रही थी। जिसके बाद हज यात्रियों की फ्लाइट को नागपुर डायवर्ट कर दिया गया।
मंदिर में रीति-रिवाज से कराया मेंढ़क-मेंढ़की का तलाक
भारी बारिश को रोकने के लिए इंद्रपुरी स्थित महादेव मंदिर में लोगों ने विधि-विधान से मेंढक से मेंढकी को अलग रखने मेंढकी को मायके भेजने की रस्म अदायगी की। प्रतीकात्मक रूप में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार मेंढक-मेंढकी का दूल्हा-दुल्हन की तरह श्रृंगार किया गया। लोगों ने वर-वधु के परिजनों के रूप में भूमिका निभाई। यह आयोजन ओम शिव शक्ति सेवा मंडल के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
आयोजन के मुखिया रिंकू भटेजा का कहना है कि अब अत्यधिक बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसमी बीमारियां भी लोगों को घेर रही हैं, इसलिए प्रतीक स्वरूप मिट्टी से निर्मित मेंढक-मेंढकी को अलग-अलग रखने वर्षा जल में प्रवाहित किया।