चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण से शनिवार तक मृतक संख्या 259 हो गयी और इसी बीच अमेरिका ने उन विदेशी नागरिकों के देश में प्रवेश पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं जिन्होंने पिछले दो सप्ताह में चीन की यात्रा की है। चीन ने अमेरिका के इस कदम की निंदा की है।

दक्षिण कोरिया और भारत ने अपने नागरिकों को वुहान से बाहर निकाला है। विषाणु का केंद्र बने वुहान शहर के लाखों लोगों को यहां से बाहर निकालने पर रोक है ताकि इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। इंडोनेशिया भी अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए विमान भेज रहा है।

चीन में कुल 11,791 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका ने इस संबंध में लोक स्वास्थ्य को लेकर आपात स्थिति घोषित की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसे आदेश पर हस्ताक्षर किया है जिसके तहत अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के परिवारों के निकट सदस्यों के अलावा उन सभी विदेशी नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश नहीं दिया जाएगा जो दो सप्ताह पहले चीन की यात्रा करके आ रहे हैं।

चीन की सरकार ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि यह आदेश विश्व स्वास्थ्य संगठन की अपील के विरोधाभासी है। संगठन ने यात्रा प्रतिबंध और ‘अनुचित टिप्पणियों से बचने के लिए कहा था। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियिंग ने कहा कि यह निश्चित तौर पर सद्भावनापूर्ण व्यवहार नहीं है। जापान की सरकार ने शुक्रवार को इसी तरह का प्रतिबंध विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर लगाया।