नई दिल्ली: केरल में सोमवार को कोरोनावायरस से संक्रमण के तीसरे मामले की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पीड़ित छात्र वुहान में पढ़ाई कर रहा था। अभी उसे कासरगोड जिले के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इससे पहले 30 जनवरी और 2 फरवरी को वुहान से लौटे केरल के दो छात्रों को संक्रमित पाया गया था। दोनों का इलाज त्रिशूर और अलाप्पुझा के अस्पताल में चल रहा है। केरल में 1793 व्यक्तियों को उनके घरों में निगरानी में रखा गया है। वहीं, चीन में संक्रमण से अब तक 362 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा हुबेई प्रांत में 350 लोग मारे गए हैं। 24 घंटे में 2100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। उधर, पश्चिम बंगाल सरकार ने चीन के वुहान से 23 जनवरी को लौटे उन 8 लोगों की पहचान कर ली है जो विमान में कोरोनावायरस संक्रमित केरल के छात्रों के साथ बैठे थे। पहचाने गए यात्रियों में 3 पश्चिम बंगाल के, 3 चीन के और 1-1 ओडिशा और दिल्ली के थे। चीन के यात्री अपने देश लौट चुके हैं। 5 भारतीयों को स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। उनके सैम्पल जांच के लिए भेज दिए गए हैं

भारत ने अपने नागरिकों को चीन से निकाला
भारत ने चीन में फंसे अपने नागरिकों को निकाल लिया है। रविवार को 330 लोगों को एयर इंडिया के विशेष विमान से दिल्ली लाया गया। इसमें 7 मालदीव के नागरिक भी थे। वहीं, शनिवार को 324 नागरिकों को वुहान से दिल्ली लाया गया था। सभी को दिल्ली के छावला स्थित आईटीबीपी सेंटर और सेना द्वारा मानेसर में तैयार शिविर में 14 दिनों तक रखा जाएगा।

नोवल कोरोनवायरस का मामला पहली बार दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में सामने आया था। यह अब तक 20 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 31 जनवरी को ग्लेबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी। ताकि अन्य देश एहतियाती कदम उठा सकें। अब तक जापान में 20, थाईलैंड में 19, सिंगापुर में 18, हॉन्गकॉन्ग में 15, दक्षिण कोरिया में 15, ऑस्ट्रेलिया में 12, जर्मनी और ताइवान में 10-10, अमेरिका में 9, मकाऊ और मलेशिया में 8-8, फ्रांस और वियतनाम में 6-6, यूएई में 5, कनाडा में 4, इटली, रूस, फिलीपींस, ब्रिटेन और भारत में 2-2, नेपाल, कंबोडिया, स्पेन, फिनलैंड, स्वीडन और श्रीलंका में 1-1 मामले की पुष्टि हुई।