आज तय समयअनुसार सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन इस प्रकार रहा –
नमस्ते मेरे प्यारे देशवासियों।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई बहुत आगे बढ रही है।
भारत अब तक कॉरोना से होने वाले नुकसान को टालने के सफल रहा है। आपलोग ने दिक्कतें सह कर भारत देश को बचाया है। में जनता हूं कि आपलोह को कितनी दिक्कत आई। लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित कि तरह अपने कर्तव्य को निभाया। बाबा साहब अम्बेडकर जी भी जयंती पर में सभी देशवासियों की तरफ से नमन करता हूं। लॉक डाउन के बंधनों के बीच नियमो का पालन कर रहे है त्योहार माना रहे है काफी प्रेरक है। साथियों आज पूरे विश्व में कॉरोना महामारी की को स्थिति है । आओ काफी चिंताजनक है। जब एक भी केस भारत में नहीं था तब से एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। अनेक जगहों पर माल सिनेमा बंद कर चुके थे। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया बल्कि उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया। वैसे ये ऐसा संकट है कि हम अन्य देशों से तुलना नहीं कर सकते। फिर भी अन्य देशों की तुलना में भारत काफी संतुलित स्थिति में है। भारत ने हॉलिस्टिक अप्रोच ना अपनाई होती इंटेग्रेटेड अप्रोच ना अपनाई होती तो भारत की क्या स्थिति होती उसकी कल्पना से ही रोंगटे खड़े हो जाते है। सोशल डिस्तेंसिंग और लॉक डाउन का बहुत बड़ा लाभ देश की मिला है। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है उसकी चर्चा दुनिया भर में होना स्वाभाविक है।
लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच कॉरोना जिस तरह फ़ैल रहा है उसने विश्व भर के सभी लोगो को ज्यादा सतर्क कर दिया है। अब हम विजय कैसे हो नुकसान कैसे काम हो इन बातों को लेकर निरंतर चर्चा राज्यो के साथ की। सभी लोगो की तरफ से यही बात आती है कि लॉक डाउन बढ़ाया जाए।
सारे सुझाव को ध्यान रखते हुए तय किया गया है कि 3 मई तक हम सभी भारतवासियों को लॉक डाउन में रहना होगा।
मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि कॉरोना को अब नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है।
कहीं पर भी कॉरोना से यदि मरीज की दुखद मृत्यु होती है तो चिंता होनी चाहिए।
अगले एक सप्ताह तक कॉरोना के खिलाफ कठोरता और बड़ाई जाएगी।
20 अप्रैल तक हर राज्यों जिलों कसबो का मूल्यांकन किया जाएगा।
बड़ी खबर
नए हॉटस्पॉट का बढ़ना हमारे संघर्ष और हमारी मेहनत को और चुनौती देगा अगले 1 सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बड़ा ही जाएगी 20 अप्रैल तक हर कस्बे हर थाने हर जिले और हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा वहां लाख डाउन का कितना पालन हो रहा है उस क्षेत्र में कोरोना से खुद को कितना बचा है इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने हॉटस्पॉट नहीं बनने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है पर यह अनुमति सशक्त होंगी बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे।
मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता में रोज कमाने वालों कि चिंता है। नई गाइडलाइन में भी उनके हिटो का पूरा ध्यान रखा गया है। रबी फसल कटाई में भी किसानों का ध्यान रखा गया है। सप्लाई चैन की बाधाएं दूर की जा रही है।
भारत में आज हम 1 लाख से अधिक बेड की व्यवस्था कर चुके है। आज भारत के युवा वैज्ञानिकों से आग्रह है कि कॉरोना वैक्सीन बनने का बीड़ा उठाए।