रायपुर । सरकार बदलते ही डॉ. अश्वनी देवांगन को प्रतिनियुक्ति वाले विभाग से हटा दिया गया है। उन्हें खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से हटाने की मांग लगातार हो रही थी। डॉ. देवांगन पहले सीएमएचओ ऑफिस में जिला मलेरिया अधिकारी के पद पर थे। भाजपा सरकार में उन्हें प्रतिनियुक्ति पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में भेजकर सहायक खाद्य नियंत्रक बना दिया था।
इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश संयुक्त महासचिव विनोद तिवारी ने डॉ. देवांगन के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से लगातार शिकायतें कीं। तिवारी ने आरोप लगाया था कि डॉ. देवांगन ने प्रतिबंधित जर्दायुक्त गुटखा के 16 मामलों को विधि विस्र्द्ध एडीएम के यहां प्रस्तुत करके गुटखा माफिया को बचाया, जबकि कम मात्रा में पकड़े गए गुटखा को सीजेएम के यहां पेश किया था।
इसके अलावा उन पर 18 टन प्रतिबंधित गुटखा को जलाने का भी आरोप लगा था। तिवारी का कहना है कि ऐसी कई और शिकायतें की गई थीं। विधानसभा चुनाव के पहले डॉ. देवांगन की खाद्य एवं औषधि प्रशासन में प्रतिनियुक्ति खत्म करने का आदेश हुआ था, लेकिन आचार संहिता के कारण आदेश का पालन नहीं हो पाया था। अब उन्हें खाद्य औषधि प्रशासन विभाग से मुक्त करने आदेश जारी हुआ है। अब उनकी पदस्थापना जिला अस्पताल रायपुर में कर दी गई है।