रायपुर। आंबेडकर अस्पताल में मंगलवार की रात 28 वर्षीय युवती ने चार बच्चों की जन्म दिया। इन सबकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी, इन्हें पीडियाट्रिक आइसीयू में रखा गया। डॉक्टर्स ने पूर्व में ही परिजनों को कह दिया था कि बच्चे प्रीमेच्योर हैं, यानी समय के पहले जन्मे हैं। शिशुरोग विभाग के डॉक्टर्स की टीम इन पर लगातार नजर रखे हुए थे। पल-पल रिपोर्टिंग की जा रही थी. लेकिन इनमें से तीन बच्चों की गुरुवार को मौत हो गई। एक अभी भी आइसीयू में है। उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है।
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक कचना निवासी इश्वरी साहू की पत्नी को डॉक्टर्स ने पूर्व में ही बता दिया था कि पेट में एक नहीं बल्कि दो बच्चे हैं। सोनोग्राफी में डॉक्टर्स ने स्थिति स्पष्ट कर दी थी। डॉक्टर्स ने सावधानी बरतने को कहा। लेकिन महिला की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर्स ने तय किया कि समय के पूर्व (सात माह) ही डिलीवरी करवानी होगी। नहीं करवाने पर मां को खतरा हो सकता है।
मंगलवार की रात सीजेरियन डिलीवरी हुई। अस्पताल पीआरओ शुभ्रा सिंह ठाकुर ने ‘नईदुनिया’ से बातचीत में कहा कि बच्चों को बचाने का डॉक्टर्स ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन उनके जन्म के वक्त ही वजन कम था और वे पूरी तरह से विकसित नहीं हो सके थे। फिलहाल महिला की हालात स्थिर है, बता दें कि उसने दो लड़के और दो लड़कियों को जन्म दिया था।