भोपाल। ये वो व्यक्तित्व है जिन्होंने इस covid काल में अपनी क्षेत्र की जनता के लिए राशन सामग्री से लेकर स्वास्थ्य सामाग्री तक मुहैया करने में कार्यकर्ताओ के साथ हर संभव मदद की ।
लंदन में पैदा हुईं, यशोधरा राजे सिंधिया ने 1998 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्या के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। वह जिवाजीराव सिंधिया और स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बेटी हैं। उन्होंने मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, फिर प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट, कोडाईकनाल और सिंधिया कन्या विद्यालय, ग्वालियर से उन्होंने अपने अंतिम दो सालों की पढ़ाई पूरी की। 1977 में, वह कार्डियोलॉजिस्ट सिद्धार्थ भंसाली के साथ शादी करने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स चली गईं।उनके 3 बच्चे हैं, अक्षय, अभिषेक और त्रिशला। 1994 में वह भारत वापस आ गईं और औपचारिक रूप से 1998 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा और राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हो गईं।
2013 उन्होंने शिवपुर से विधानसभा चुनाव जीता और कांग्रेस के बिरेंद्र रघुवंशी को हराया। उन्होंने 19 दिसंबर 2013 को लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। 2013 वह वाणिज्य, उद्योग तथा रोजगार मंत्री और मध्यप्रदेश औद्योगिक केन्द्र विकास निगम (भोपाल) की अध्यक्षा बनी। 2010 वह अनुमान पर समिति की सदस्या बनीं। 2009 राजे को ग्वालियर सीट से 15 वीं लोकसभा (दो बार) में फिर से निर्वाचित किया गया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के अशोक सिंह को हराया। बाद में उन्हें रेलवे और महिला सशक्तिकरण समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। 2007 वह उपचुनाव में 14 वीं लोक सभा के लिए चुनी गईं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण समिति की सदस्या रहीं।
कोरोना वॉरियर्स हमारे पुलिस कर्मियों की सुरक्षा की दृष्टि से लोकल निर्माताओं से उन्हें उम्दा गुणवत्ता की पीपीई किट्स उपलब्ध करवाकर #RVRSCD अपना #आत्मनिर्भर_भारत का संकल्प पूरा कर रहा है।। आज एसपी दतिया को ट्रस्ट के वॉलेंटियर्स द्वारा PPE किट्स भेंट की।।#CoronaWarriorspic.twitter.com/XS7XUc4G6v
— Yashodhara Raje Scindia (मोदी का परिवार) (@yashodhararaje) June 9, 2020