तीनों बदमाशों ने सहायक प्रबंधक सहित बैंक में उपस्थित तीन कर्मचारियों को कमरे में बंद कर दिया और साथ लाया हुआ ताला बाहर से लगा दिया। कुछ समय बाद ही डाक देकर लौटे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दी। हैरानी की बात ये रही कि नवंबर 2017 में रात को इसी बैंक में कुछ युवक घुस गए थे। सालासर थानाधिकारी कश्यपसिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद एएसपी सतनाम सिंह, डीएसपी नरेंद्र शर्मा, एसपी राममूर्ति जोशी भी मौके पर पहुंचे। एसपी और एएसपी ने बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखी और बैंक कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 3.58 बजे नकाब पहने तीन युवक बैंक में घुसे। 4 बजकर 2 मिनट में वारदात कर निकल गए। एक युवक ने काली पेंट व जाकेट पहन रखी थी और हेलमेट लगा रखा था। दूसरा आसमानी कलर की जाकेट पहने व ब्लैक चश्मा लगाय हुए और तीसरे युवक ने मुंह पर रूमाल बांध रखा था। युवक अंदर घुसते ही बंदूक दिखाकर कर्मचारियों से हाथपाई करने लगे।
बैंक कर्मचारी बोले-लगा कि आज तो बचना मुश्किल है
अनिल, ऑडिट अधिकारी- बैंक में फाइल देख रहा था। एक युवक पहले और दो युवक बाद में आए। एक ने मेरे साथ धक्का-मुक्की और पिस्तौल निकाल ली। पिस्तौल को देखकर लगा कि आज बचना मुश्किल है।
जितेंद्र, शाखा सह प्रबंधक- बदमाशों ने ऑडिट अधिकारी के साथ धक्का मुक्की करने के साथ ही मेरे पर भी पिस्तौल तान दी। कमरे में ले गए। आरोपियों ने मेरा फोन भी छीन लिया और जाते समय मेज पर रखकर गए।
अशोक कुमार, कैशियर- केबिन में बैठा था। केबिन में बदमाश आया तो दिमाग सुन्न हो गया। एक बदमाश ने मुझे बाहर निकला। हम तीनों को कमरे में ले जाने के बाद मुझे वापस काउंटर में ले आए। मैं कुछ नहीं कर पाया।
पहले से थी बंधक बनाने की प्लानिंग…क्योंकि लुटेरे साथ में लेकर आए थे ताला
बैंक के सहायक प्रबंधक जितेंद्र सिंह देवड़ा के अनुसार युवकों ने अंदर प्रवेश करते ही बैंक में ओडिट अधिकारी के साथ धक्का मुक्की की और पिस्तौल दिखाकर डराया। इसके बाद उसके साथ भी मारपीट की व काउंटर को चैक किया। तीनों युवकों ने बैंक में कार्यरत तीनों स्टाफ को बंधक बना लिया व तीनों को स्टेशनरी कमरे में ले गए। इसके बाद तीनों युवक कमरे में से कैशियर अशोक पाल सिंह को अपने साथ ले जाकर जबरन चेस्ट खुलवाया और वहां पर रखे आठ लाख 67 हजार रुपए लेकर उनको बंद कर दिया। युवक अपने साथ लाया ताला बाहर से लगाकर भाग गए। घटना से पहले बैंक में कार्यरत चतुर्थ श्रैणी कर्मचारी शिवराज डाक लेने गया हुआ था। शिवराज ने बताया कि डाक देकर वापस लौटा, तो अंदर से आवाज आई दरवाजा खुलवाओ। बाहर ताला लगा हुआ था। आसपास के लोगों व पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ही ताला तोड़ा और अशोक, जितेंद्र और अनिल को बाहर निकाला।
मामला दर्ज
सहायक प्रबंधक की रिपोर्ट पर मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार सहायक प्रबंधक जितेंद्र देवड़ा ने रिपोर्ट दी कि शुक्रवार सुबह 10 बजे वह, बैंक मैनेजर प्रहलाद राम सोनी, कैशियर अशोक पाल सिंह आए और बैंक को खोला। बैंक की ऑडिट करने अनिल कुमार शर्मा आए हुए थे। घटना के समय प्रबंधक प्रहलाद राम सोनी बैंक के काम से सालासर गए हुए थे। चतुर्थश्रेणी कर्मचारी शिवराज पोस्ट ऑफिस गया हुआ था। बैंक में ऑडिट का काम चल रहा था। घटना के समय वह और ऑडिट अधिकारी अनिल शर्मा, कैशियर अशोक पाल सिंह बैंक में थे।
सूचना मिलने के बाद बैंक पहुंचकर वहां उपस्थित कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली। बैंक में घुसे युवकों की बोली से उनके सीकर या सीमावर्ती क्षेत्र के होने की आशंका है। सीसीटीवी कैमरे में आए फुटेज के आधार पर युवकों को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया है। मामले का जल्द ही खुलासा करने का प्रयास किया जा रहा है।