भारतीय रेलवे जल्द ही रामेश्वरम को मुख्य भूमि भारत से जोड़ने वाला देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह ब्रिज 104 साल पुराने मौजूदा पम्बन ब्रिज की जगह लेगा। नए पुल को इस तकनीक से बनाया जाएगा कि उसका एक हिस्सा बीच से लिफ्ट की तरह ऊपर उठ जाए और जहाजों के आने-जाने के लिए रास्ता दे सके। इसलिए इसका नाम वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज रखा गया है। जहाजों के गुजर जाने के बाद पुल का वह हिस्सा फिर से अपनी जगह पर आ जाएगा और ट्रेनें वहां से गुजर सकेंगी।
250 करोड़ होंगे खर्च
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, 2 किलोमीटर से ज्यादा लंबे पुल पर करीब 250 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसका 63 मीटर लंबा हिस्सा लिफ्ट से जुड़ा होगा जो ऊपर-नीचे हो सकेगा।
4 साल में तैयार होगा ब्रिज
यह पुल अगले 4 साल में बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही पम्बन में रामेश्वरम और धनुषकोटी को जोड़ने वाली रेलवे की लिंक लाइन भी तैयार हो जाएग। रेलवे ने सोमवार को पुल के निर्माण को मंजूरी दी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, ‘क्या कभी मूविंग ब्रिज देखा है? रामेश्वरम को भारत के मेनलैंड से जोड़ने वाला पम्बन सेतु ‘वर्टिकल लिफ्ट स्पैन टेक्नोलॉजी’ पर बनाया जाएगा। मालवाहक जहाज गुजरने के समय इस टेक्नोलॉजी से पुल के बीच के हिस्से को जरूरत के हिसाब से ऊपर उठाया जा सकेगा।