भोपाल : औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने बताया है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अन्तर्गत नवीन निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश के विभिन्न अंचलों में 1578.25 हेक्टेयर भूमि पर 20 नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इस दिशा में विभाग द्वारा इच्छुक उद्यमियों से एक्सप्रेशन ऑफ इन्ट्रेस्ट (EOI) आमंत्रित की गई है।

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश-2023 के रोडमेप अन्तर्गत निर्धारित विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्य-योजना तैयार कर इसका क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है। मंत्री श्री दत्तीगाँव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिले में एक विशिष्ट उत्पाद को चिन्हित कर ‘एक जिला एक पहचान’ को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिये स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास किये जायेंगे। वहीं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भी ब्राण्डिंग की जाकर उनकी मार्केटिंग को प्रोत्साहित किया जायेगा।

मंत्री . दत्तीगाँव ने बताया कि अटल बिहारी चम्बल प्रोग्रेस-वे चम्बल क्षेत्र के विकास के लिये लाईफ-लाइन साबित होगा। उन्होंने बताया कि 400 किलोमीटर लम्बा यह राजमार्ग श्योपुर जिले को राजस्थान के कोटा से जोड़ेगा और श्योपुर, मुरैना और भिण्ड जिले से होकर गुजरेगा। इस प्रोग्रेस-वे के निर्माण के साथ औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा 5 औद्योगिक नोड विकसित करने की योजना बनाई गई है।

 

मंत्री  दत्तीगाँव ने बताया कि भारत सरकार की फार्मा प्रोत्साहन नीति के तहत होशंगाबाद जिले के औद्योगिक क्षेत्र मोहासा-बाबई में 2 हजार 74 एकड़ भूमि पर बल्क ड्रग्स पार्क तथा 358 एकड़ भूमि पर मेडीकल डिवाईसेस पार्क की स्थापना हेतु भारत सरकार को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजे गये हैं। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश को ऑक्सीजन/मेडीकल गैसेस निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये होशंगाबाद जिले के औद्योगिक क्षेत्र मोहासा-बाबई में ऑक्सीजन/मेडीकल गैसेस निर्माण इकाई की स्थापना संबंधी प्रस्ताव को राज्य शासन द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई है।