भोपाल :पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ में शुक्रवार को ‘भारतीय संसदीय पद्धति-गांधी एवं उनके समकालीन विचारक’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव आई.सी.पी. केशरी ने कहा

कि महात्मा गांधी लोकतंत्र के अग्रणी प्रणेता हैं। भारतीय लोकतंत्र पर गांधीवाद की छाप अमिट है। इसमें प्रमुख सचिव, म.प्र. विधानसभा श्री ए.पी. सिंह, संचालक संसदीय विद्यापीठ डॉ. प्रतिमा यादव और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

वेबिनार में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, दिल्ली के संचालक डॉ. दीपांकर श्रीज्ञान ने गांधी की दृष्टि में भारतीय लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं, भारतीय संविधान एवं गांधी के आदर्श के संबंध में विस्तार से अपने विचार रखे। वेबिनार के उद्घाटन सत्र में शासकीय महाविद्यालय, नरेला के प्राध्यापक डॉ. उत्तम सिंह चौहान ने भारतीय संसदीय पद्धति के परिप्रेक्ष्य में सारगर्भित उद्बोधन दिया। वेबिनार में म.प्र. माध्यम के प्रमुख संपादक डॉ. पुष्पेंद्र पाल ने संपूर्ण वेबिनार के संबंध में कार्यक्रम को सारगर्भित एवं उपयोगी बताया। वेबिनार को अन्य विशेषज्ञों ने भी संबोधित किया।

वेबिनार में 278 से अधिक प्रतिभागी सम्मिलित हुए। इस अवसर पर चयनित प्रतिभागियों के शोध-पत्रों पर आधारित पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।