हर साल खेतों में बुआई के साथ अच्छी फसल की उम्मीद लगाए किसान मोहम्मद शमीम मौसम की दगाबाजी से परेशान रहता था। ऐसा कोई साल नहीं, जब उन्होंने मेहनत न की हो। तमाम कोशिशों के बावजूद जब बारिश नहीं होती थी और खेत में लगी फसल सूख जाती थी तो किसान शमीम का सपना अधूरा ही रह जाता था। वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि उसके खेत के पास सिंचाई का कोई साधन भी नहीं था। अब जबकि मनरेगा से उनके खेत के पास पक्का कुआं बन गया है तो किसान शमीम बहुत खुश है। शासन प्रशासन का आभार मानते हुए वह कहता है कि पक्का कुआं बन जाने से उसे खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होगी। उसके खेतों में लगी फसल पानी की कमी से मुरझाएंगे नहीं।
बलरामपुर जिले के विकासखंड शंकरगढ़ के अंतर्गत ग्राम सरिमा के निवासी मोहम्मद शमीम ने बताया कि 2020-21 में मनरेगा के तहत खेत में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली। अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के पश्चात निर्धारित समय पर कूप तैयार भी हो गया। कृषक शमीम ने बताया कि इस क्षेत्र में सिंचाई की स्थाई व्यवस्था नहीं होने से किसानों को बारिश पर ही निर्भर रहना पड़ता है। कई बार क्षेत्र में पर्याप्त बारिश नहीं होने से खेतों की फसल बर्बाद हो जाती है। उन्होंने बताया कि कूप निर्माण के साथ उन्हें सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है। अब उन्हें गर्मी के दिनों में भी फसल लेने में आसानी होगी। मोहम्मद शमीम ने बताया कि वह धान की खेती के साथ ही भविष्य में पानी की आवश्यकता वाले अन्य फसलों की खेती का विचार कर रहा हैं, जो पहले संभव नहीं था। मनरेगा से खेत में पक्का कुआं बनने के बाद शमीम सबकों दुआ देते हुए कहते हैं कि शासन की इस योजना का लाभ जरूरतमंद किसानों को जरूर उठानी चाहिए ताकि खेतों में फसल उगाने और फसल उगाकर आर्थिक समृद्धि की राह में आगे बढ़ने की किसानों की उम्मीद समय पर पूरी हो सके।