सुनो खबर विशेष। ग्वालियर से रिपोर्ट सरकारी अमला खासकर COVID 19 की जांच रिपोर्ट और विशेषकर उन मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है जिनको न्यूमोनिया या फिर कोई फेफ़डो से संबंधित समस्या हो।
केस 01 – एक बुजुर्ग महिला को कमजोरी और लूज मोशन की शिकायत हुई । ग्वालियर के जय रोग्य अस्पताल में डॉक्टर के कहने पर covid टेस्ट कराया गया । रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद जब प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराने की चर्चा हुई तो प्राइवेट प्रशासन ने मना कर दिया ये कहने पर कि जया रोग्या covid टेस्ट नेगेटिव हो सकता है परन्तु सिम्पटम्स covid के है। मजबूरी में मेडिसिन विभाग के आईसीयू में एडमिट कराना पड़ा।
- आईसीयू की स्थिति नाजुक।
1976 से बना आईसीयू मेडिसिन विभाग सर्व सुविधा युक्त है । परन्तु प्रशासनिक अमला की लापरवाही डॉक्टर्स पर भारी है। आईसीयू के एक डॉक्टर और नर्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये मौसम और कॉरोना काल मरीजों के लिए मुश्किल भरा है। हम दिन रात कम संख्या और सीमित साधन के बीच मरीजों के लिए हर संभव इलाज कर रहे है। सफाई स्टाफ और अन्य काम अगर ठीक करें तो हालात में काफी सुधार हो सकता है। आईसीयू का शौचालय बदतर । आज रविवार को जब हमारे रिपोर्टर पहुंचे तो सफाई व्यवस्था बाद से बदतर थी । मरीजों के अटेंडेंट उपलब्ध एक ही शौचालय पर निर्भर थे। जया रोग्या के केन्द्र सहायता नंबर 0751-2403315 पर काल करके शिकायत की परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई। उल्टा रविवार का दिन होने का बहाना कहकर सफाई में लेट होने की बात कही गई।