दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता को धमकी देने वाले की पहचान कर ली गई है. आरोपी ने सीएम केजरीवाल के ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर धमकी भरा मेल भेजा था. इस ई-मेल के जरिए आरोपी ने केजरीवाल से कहा था कि अगर वो अपनी बेटी को बचा सकते हैं, तो बचा लें. हम उनको किडनैप कर लेंगे.

स्पेशल सेल की साइबर यूनिट के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की बेटी को जिस शख्स ने धमकी दी है, उसकी पहचान बिहार के मोतिहारी निवासी विकास के रूप में हुई है. फिलहाल, आरोपी पढ़ाई कर रहा है. स्पेशल सेल ने उसको हिरासत में ले लिया है और बिहार में पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक आरोपी को दिल्ली लाया जा सकता है. इस मामले में पुलिस ने एनसीआर भी दर्ज की है.

आपको बता दें कि 9 जुलाई को सीएम केजरीवाल की ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर एक मेल भेजा गया था, जिसमें उनकी बेटी हर्षिता को किडनैप करने की धमकी दी गई थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने हर्षिता केजरीवाल की सुरक्षा में एक Protective Service Officer (PSO) को तैनात कर दिया. साथ ही मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि पहले ई-मेल पर सीएम केजरीवाल की बेटी को धमकी दी गई और फिर दूसरे ई-मेल में धमकीबाज ने कहा कि उसने मजाक में धमकी भरा ई-मेल भेजा है.

इस मामले में शिकायत मिलने के बाद से ही साइबर सेल आरोपी की तलाश कर रही थी. आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ई-मेल के जरिए धमकी दी गई है. इससे पहले साल 2017 में सीएम केजरीवाल के ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर मेल भेजकर धमकी दी गई थी. इसमें केजरीवाल को जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके अलावा साल 2016 में मुख्यमंत्री केजरीवाल को दिल्ली पुलिस के इमरजेंसी नंबर 100 पर फोन करके धमकी दी गई थी.

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल आईआईटियन हैं. उन्होंने दिल्ली के Indian Institute of Technology (IIT) से पढ़ाई की है. हर्षिता की तरह उनके पिता अरविंद केजरीवाल भी आईआईटियन हैं. उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. केजरीवाल ने राजनीति में आने से पहले आईआरएस की परीक्षा भी पास की थी. उन्होंने साल 2012 में आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी और दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतरे थे.

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार साल 2013 में मैदान में उतरी थी, जिसमें उसे 70 में से 27 सीटों पर जीत मिली थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जो ज्यादा दिन तक नहीं चली. इसके बाद साल 2015 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुई, जिसमें आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटों पर जीत मिली. इस बार आम आदमी पार्टी ने पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करके दिल्ली में सरकार बनाई.

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