ग्वालियर शहर के युवा विधायक प्रवीण पाठक एक नई सोच और नवाचार के लिए अपनी अलग जनसेवा छवि बनाते हुए युवा वर्ग में काफी लोकप्रिय होते जा रहे है. गरीब बच्चो को आर्थिक शैक्षणिक सहायता देने के उद्देश्य से प्रवीण ने अपने सभी साथियों से और क्षेत्र की जनता से अपील करते है कि उनके स्वागत और सम्मान के लिए अनावश्यक राशि खर्च न करते हुए उतनी राशि का स्टेशनरी सामग्री जैसे पेन, पेंसिल, बॉक्स, कॉपी-बुक्स, या अन्य जो गरीब बच्चो कि पढ़ाई में काम आ सके ऐसी सामग्री यदि वो उन्हें देंगे तो उनके क्षेत्र के गरीब बच्चो की हर संभव मदद कर सकेंगे परिणामस्वरूप समाज में भी एक सकारात्मक सन्देश जायेगा.
विधायक प्रवीण का कहना है की फूल माला और अन्य स्मृतिचिन्ह सप्रेम भेट लेने में कुछ समय के लिए तो अच्छा लगता है परन्तु फिर ये सभी चीजे किसी काम की नहीं रह जाती है अगर इनकी जगह लिखने पढ़ने में काम आने वाली सामग्री भेट की जाती है तब इनको दान कर गरीब बच्चो की सहायता करके जो सुख मिलेगा वो सच्चा और विकासमुखी होगा. इसी उद्देश्य से मैंने “विधायक स्टेशनरी बैंक” की शुरुआत की.
सरकारी स्कूल में होगा नन्हा विधायक –
विधायक प्रवीण कहते है की गरीब बच्चे जो आर्थिक रूप से अपनी पढ़ाई का ख़र्चा उठा पाने में असमर्थ है उन बच्चो को चिन्हित करने के लिए और स्कूल प्रबंधन की कमियों को दुरुस्त करने के उद्देश्य से क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में नन्हा विधायक की नियुक्ति करेंगे ताकि समय समय पर गरीब बच्चो की पढ़ाई आदि के लिए हरसंभव मदद की जा सके. विधायक के अनुसार स्कूल के शिक्षक अपनी समस्याओं से ही परेशान रहते है उनसे बात करने पर बच्चे के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाती है. इसलिए नन्हा विधायक का सुझाव आया है.
आयुष वैद्य संभालेंगे इसकी व्यवस्था –
ग्वालियर में चप्पल बैंक चलाकर स्लम एरिया के गरीबो के लिए काम करने वाले आयुष वैद्य को उनकी काबिलियत और सेवा भाव को देखकर प्रवीण ने इस स्टेशनरी बैंक जिम्मेदारी सौपी है.