भोपाल । गृह एवं जेल मंत्री बाला बच्चन ने कहा है कि अपराधियों के विरुद्ध पुलिस सख्त कार्रवाई करे। अपराधियों में पुलिस का खौफ बना रहे। उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर जनता की छोटी-छोटी समस्याओं को ध्यान से सुनकर उनका निराकरण किस विभाग द्वारा किया जायेगा, की जानकारी दे। श्री बच्चन भोपाल पुलिस कंट्रोल-रूम में भोपाल संभाग की कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की समीक्षा कर रहे थे।
श्री बच्चन ने कहा कि लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिये आई.जी. के साथ मिलकर एस.पी.प्रयास करें। कठिनाई आने पर सरकार को अवगत करवायें। उन्होंने कहा कि पुलिस की सुविधाओं, संसाधनों में वृद्धि या आवश्यक जरूरतों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करें। श्री बच्चन ने कहा कि पुलिस जनता से संवाद बनाकर उचित वातावरण प्रदान करे। उन्होंने कहा कि संभावित घटनाओं के प्रति सचेत रहें। गुप्त रिपोर्ट के अनुसार तत्काल कार्यवाही भी करें। उन्होंने कहा कि पुलिस आवास और पुलिस बल में वृद्धि की जायेगी। आधुनिक कम्प्यूटराइज्ड वाहन देने का प्रयास भी किया जायेगा।
श्री बच्चन ने बताया कि मुख्यमंत्री कमल नाथ ने केन्द्रीय गृह मंत्री से साइबर अपराध नियंत्रण के उद्देश्य से 880 करोड़ रुपये की माँग की है।
गृह मंत्री श्री बच्चन ने निर्देश दिये कि पुलिस अपना सूचना तंत्र मजबूत रखे। आपराधिक सोच के व्यक्तियों, भू-माफिया और साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने वालों सहित झूठे फरियादी पर कड़ी नजर रखे। छोटी-सी घटना पर त्वरित कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि आपराधिक प्रवृत्ति और अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के साथ ही, अवैध कारोबार छोड़ने वालों के नये कारोबार पर भी नजर रखी जाये।
बताया गया कि भोपाल में पिछले एक माह से सभी स्लम एरिया में जाकर पालकों को जागरूक किया जा रहा है। इसमें सीएसपी, टीआई द्वारा एनजीओ के साथ मिलकर बच्चों और महिलाओं के विरुद्ध होने वाली दुर्घटनाओं के प्रति सतर्कता के बारे में बताया जा रहा है। इस प्रयास से भी अपराधों में कमी आयेगी। परिवारों को विखण्डित होने से बचाने में परिवार परामर्श केन्द्र भी अच्छा काम कर रहे हैं।
जानकारी दी गई कि समग्र में अपराधों में कमी आयी है। बैठक में महिलाओं-बच्चों से संबंधित अपराध, लंबित गंभीर अपराध, अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार, ट्रेफिक व्यवस्था, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट आदि पर भी चर्चा हुई। राजस्व और खनिज के प्रकरणों में पुलिस कार्यवाही में संबंधित विभाग की मदद की आवश्यकता बतायी गयी।
बैठक में आई.जी. योगेश देशमुख, डी.आई.जी. इरशाद वली, डी.आई.जी. ग्रामीण डॉ. आशीष, एस.पी. नार्थ शैलेन्द्र सिंह चौहान, एस.पी. साउथ सम्पत उपाध्याय, एस.पी. मिथिलेश शुक्ला, एस.पी. अजाक सुश्री ज्योति ठाकुर, एस.पी. विदिशा विनायक वर्मा, एस.पी. सीहोर सचिन्द्र चौहान, ए.एस.पी. राजगढ़ नवल सिसोदिया, उपस्थित थे।