इंदौर: एमएसएमई मंत्रालय, जीजेईपीसी अपैक्स बॉडी, भारत सरकार के सहयोग से टीएमटू–डिजिटल और मप्र स्वर्णकार समाज कल्याण समिति द्वारा रत्न–आभूषण सेक्टर के लिए सेमिनार चर्चा का आज इंदौर में महत्वपूर्ण आयोजन है. बदलते भारत की तस्वीर में कैसा होगा स्वर्ण–आभूषण व्यवसाय, क्या तैयारी होनी चाहिए इसमें आगे रहने के लिए, सरकार की क्या योजना है. ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर और वर्तमान में आई समस्याओ के समाधान, बीआईएस हॉलमार्किंग, बैंकिंग और फाइनेंस आदि पर चर्चा होगी. अध्यक्ष वंदना माहौर ने बताया कि विभिन्न सेक्टरो में निर्यात के बाद आज अवसर है, रत्न आभूषण सेक्टर में भी निर्यात को सुनियोजित बढावा मिलना चाहिए. टेक्नोलॉजी और डिजिटल मार्केटिंग के सही उपयोग से इस सेक्टर के बढ़ने और निर्यात प्रबंधन की अपार सम्भावनाये मप्र में हैं, जिसे सरकार और संगठनो के माध्यम से जानकारी साझा कर, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम द्वारा उचित स्थान दिया जा सकता है. महिलाओ और युवाओ के लिए विशेष स्कीम हैं, जिनकी जानकारी लोगो तक पहुचाना है. सेमिनार में विभिन्न विषयो के लिए, एमएसएमई इंस्टिट्यूट इंदौर के श्री डी. सी. साहू डायरेक्टर, श्री निलेश त्रिवेदी, अस्सिटेंट डायरेक्टर, श्री राज मोहनानी, असिस्टेंट डायरेक्टर, श्री दीपक लोधवाल, साइंटिस्ट बीआईएस, एसबीआई बैंक के श्री आदर्श श्रीवास्तव, श्री विकास धोलपुरे –ईसीजीसी, श्री मिहिर टुरकिया, जीएसटी, श्री प्रदीप माहौर आईटी–डिजिटल मार्केटिंग और श्री मिथिलेश पाण्डेय डायरेक्टर जीजेईपीसी मुंबई और मृणाली इल्ले मुंबई से आ रहे हैं. कार्यक्रम के प्रथम भाग में कारीगरों के लिए और शाम को ज्वेलर्स और बुलियन ट्रेडर्स के लिए महत्वपूर्ण सेशन रखे गए हैं.